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________________ ...पुरसोः 364 पुरोडाशे - ...पुरसो: - VIII. iii. 40 पुरुषः - VI. ii. 190 देखें - नमस्पुरसो: VIII. iii. 40 (अनु उपसर्ग से उत्तर अन्वादिष्टवाची) पुरुष शब्द को पुरस्तात् - V. iii. 68 (भी अन्तोदात्त होता है)। (किञ्चित् न्यून' अर्थ में वर्तमान सुबन्त से विकल्प से ...पुरुषयोः - III. iv. 43 बहुच प्रत्यय होता है और वह सुबन्त से) पूर्व में (ही होता देखें - जीवपुरुषयोः III. iv. 43 पुरुषहस्तिभ्याम् – V. ii. 38 पुरा-VIII. I. 42 (प्रथमासमर्थ प्रमाणसमानाधिकरणवाची) पुरुष तथा पुरा शब्द से युक्त तिडन्त को भी शीघ्रता अर्थ गम्य- हस्तिन् प्रातिपदिकों से (षष्ठ्यर्थ में अण् तथा द्वयसच, मान होने पर अनुदात्त नहीं होता)। दनच् और मात्रच प्रत्यय होते है)। ...पुराण.. - II.1.48 पुरुषात् - IV. 1. 24 देखें - पूर्वकालैकसर्वजरत् II. 1. 48 (प्रमाण अर्थ में वर्तमान जो) पुरुष शब्द,(तदन्त अनुपुराणप्रोक्तेषु - IV. ii. 105 पसर्जन द्विगुसंज्ञक प्रातिपदिक) से (तद्धित का लुक होने (तृतीयासमर्थ प्रातिपदिक से) पुराणप्रोक्त (ब्राह्मण और पर स्त्रीलिङ्ग में विकल्प से ङीप् प्रत्यय नहीं होता अर्थात् .. कल्प अभिधेय हो तो प्रोक्त अर्थ में णिनि प्रत्यय होता । विकल्प से हो जाता है)। . ...पुरुषाभ्याम् -V.i. 10 ...पुरानिपातयोः - III. 1.4 . देखें-सर्वपुरुवाभ्याम् V. 1. 10 देखें- यावत्पुरानिपातयोः III. ii. 4 - ....पुरुषायुष... - V. iv.78 पुरि -III. ii. 120 देखें- अचतुरविचतुर० V.iv.78 (स्म शब्द उपपदरहित) पुरा शब्द उपपद हो तो (अन पुरुष - VI. iii. 105 द्यतन भूतकाल में धातु से लुङ् प्रत्यय विकल्प से होता पुरुष शब्द उत्तरपद हो, तो (कु शब्द को विकल्प से का है,चकार से लट् भी होता है)। आदेश हो जाता है)। ....पुरीष... -III. ii. 65 पुरे -VI. 1.99 देखें-कव्यपुरीक० III. 1.65 पुर शब्द उत्तरपद रहते (प्राच्य भारत के देशों को कहने पुरी -IV. iii. 142 में पूर्वपद को अन्तोदात्त होता है)। . (षष्ठीसमर्थ गो प्रातिपदिक से भी) मल अभिधेय होने पुरोऽग्रतोऽग्रेषु - III. ii. 18 . पर (मयट् प्रत्यय होता है)। पुरस, अग्रतस्, अग्रे-ये अव्यय उपपद रहते (सृ धातु ...पुरीष्येषु -III. ii. 65 से ट प्रत्यय होता है)। देखें-कव्यपुरीष० III. ii. 65 पुरोडाः - VIII. ii. 67 ..पुरु.. -V.iv.56 पुरोडाः शब्द दीर्घ किया हुआ सम्बुद्धि में निपातित है। . देखें-देवमनुष्य V.iv.56 ...पुरोडाश: - III. ii. 71 ...पुरुदंस: -VII.i.94 देखें - ऋदुशनस्पुरुदंसोनेहसाम् VII. 1. 94 देखें-श्वेतवहोक्थशस्o III. ii. 71 ...पुरोडाशात् - IV. iii. 70 पुरुष.. -V.ii. 38 देखें-पौरोडाशपुरोडाशात् IV. iii. 70 देखें- पुरुषहस्तिभ्याम् V. 1. 38 पुरोडाशे - IV. ii. 145 ...पुरुष.. -V. iv.56 (षष्ठीसमर्थ व्रीहि प्रातिपदिक से) पुरोडाशरूप विकार देखें-देवमनुष्य v. iv.56 अभिधेय होने पर (मयट् प्रत्यय होता है)।
SR No.016112
Book TitleAshtadhyayi Padanukram Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAvanindar Kumar
PublisherParimal Publication
Publication Year1996
Total Pages600
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size11 MB
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