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________________ 160 ...कु... - VIII. II. 96 ...कुक्षि.. - IV. 1. 95 देखें- विकुशमि० VIII. II. 96 देखें - कुलकुक्षि० IV. 1. 95 ..कु... - VIII. 11.97 ....कुक्षि.-IV. 11.56 देखें- अम्बाम्ब० VIII. 1. 97 देखें-दृतिकुक्षिकलशि IV. 1.56 ..कु... - VIII. iv.2 ..कुक्षि.. - VI. ii. 187 देखें-अकुप्वाइO VIII. iv.2 देखें - स्फिगपूत० VI. ii. 187 कु:-VII. 11.52 कुगतिप्रादयः - II. ii. 18 (चकार तथा जकार के स्थान में) कवर्ग आदेश होता __ कु = निन्दार्थक अव्यय, गतिसज्ञक और प्रादि शब्द है, (घित् तथा ण्यत् प्रत्यय परे रहते)। (समर्थ सुबन्त के साथ नित्य ही समास को प्राप्त होते है कु:-VIII. 1.30 और वह तत्पुरुष समास होता है)। (चवर्ग के स्थान में) कवर्ग आदेश होता है, (झल् परे ....कुजरैः - II. 1.61 रहते या पदान्त में)। देखें - वृन्दारकनाग II. 1. 61 कु:-VIII. 1.62 कुजादिभ्यः - IV.1.98 (क्विन् प्रत्यय हुआ है जिस धातु से,उस पद को) कवर्ग (गोत्रापत्य में) षष्ठीसमर्थ कुशादि प्रातिपदिकों से (फ (अन्त) आदेश होता है। प्रत्यय होता है)। कुक् - IV. 1. 158 ....कुटादिभ्यः - I. 1.1 (गोत्रभिन्न वद्धसंज्ञक वाकिनादि प्रातिपदिकों से उदीच्य देखें-गाइकटादिभ्यः 1.1.1 आचार्यों के मत में अपत्यार्थ में फिञ् प्रत्यय तथा कुक् कटारच् -V.ii. 30 का आगम होता है)। . ___ (अव उपसर्ग प्रातिपदिक से) कुटारच् (तथा कटच्) कुक्-IV. 1. 90 प्रत्यय (होते है)। (नडादि शब्दों को चातुरर्थिक छ प्रत्यय तथा) कुक् का कुटिलिकायाः - IV. iv. 18 आगम होता है। (तृतीयासमर्थ) कुटिलिका प्रातिपदिक से (हरति'अर्थ कुक्-V.II. 129 में अण् प्रत्यय होता है)। (वात तथा अतीसार प्रातिपदिकों से 'मत्वर्थ' में इनि कुटिलिका = टेढ़ी गति, लौहकारों का उपकरण प्रत्यय होता है, तथा इन शब्दों को) कुक् आगम भी होता कुटी... - V. iii. 88 . देखें-कुटीशमी0 v. iii. 88 कुक्... - VIII. iii. 28 कुटीशमीशुण्डाय - V. iii. 88 देखें - कुक्टुक् VIII. II. 28 (छोटा' अर्थ गम्यमान हो तो) कुटी,शमी और शुण्डा ...कुक्कुट्यो - Iv. iv.46 प्रातिपदिकों से (र प्रत्यय होता है)। देखें- ललाटकुक्कुट्यो IV. iv. 46 शमी = वृक्षविशेष, शुण्डा = सूंड कुक्टुक् - VIII. II. 26 ...कुट्ट..-III. 1. 155 (पदान्त डकार तथा णकार को यथासङ्ख्य करके देखें -अल्पभिक्षO III. 1. 155 विकल्प से) कुक् तथा टुक् आगम होते हैं, (शर् प्रत्याहार कुणप्... - V.II. 24 परे रहते)। . देखें-कुणब्याहची v.ii. 24
SR No.016112
Book TitleAshtadhyayi Padanukram Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAvanindar Kumar
PublisherParimal Publication
Publication Year1996
Total Pages600
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size11 MB
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