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________________ ६४६८. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदिनाथ स्तवन विमलाचल मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि–रिषभ की मेरे मन भगति वसीरी... गा. ३', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ७६ ६४६९. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदिनाथ स्तवन विमलाचल शत्रुञ्जय मण्डन आलोयणा गर्भित, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, आदि-बेकर जोडि वीनतुं जी... ३२', ___मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ७० ६४७०. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदिनाथ स्तवन विमलाचल मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, आदि-क्यों न भये हम मोर... गा. ४', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ.७७ ६४७१. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदिनाथ स्तवन विमलाचल मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'गा. १३', अ., ह. वर्द्धमान–बड़ा ज्ञान भं., बीकानेर ६४७२. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदिनाथ स्तवन सेत्रावा मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, आदि-मूरति मोहन वेलडी... गा. १६', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ.८९ ६४७३. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदीश्वर ९८ पुत्र प्रतिबोध गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, आदि-शान्तिनाथ जिन सोलमउ... गा. ४०', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. २५३ ६४७४. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आबूतीर्थ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १६५७, ___'आदि-आबू तीरथ भेटियउ... गा. ७', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ७७ ६४७५. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आरति निवारण गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि–मेरी जीयु आरति कांइ धरइ... गा. ३', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ४३३ ६४७६. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आहार ४७ दूषण सज्झाय, सज्झाय, राजस्थानी, १६९१ खंभात, 'आदि-साध निमित्त छज्जीव निकाय... गा. ५२', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ४८५ ६४७७. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, इलापुत्र गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, ___ 'आदि–इलावरध हो नगरी, नाम कि... गा. १८', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. २५७ ६४७८. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, इलापुत्र सज्झाय, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-नाम इलापुत्र जाणियइ... गा. ९', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. २६१ ६४७९. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, उदयन राजर्षि गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-सिंधु सोवीरइ वीतभउ रे... गा. २०', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. २६२ 472 खरतरगच्छ साहित्य कोश Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016106
Book TitleKhartargaccha Sahitya Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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