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________________ ६४५७. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदिदेवचन्द गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, — आदि-नाभिरायां कुलचन्द आदि जिणंदू...', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ८१ ६५५८. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदिनाथ गीत आबूमण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, ' आदि-सफल नर जन्म मनु आज मेरउ... गा. ३', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ८० ६४५९. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदिनाथ गीत शत्रुञ्जय मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, ‘आदि- इया मो जनम की सफल घरीरी... गा. ३', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ७६ ६४६०. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदिनाथ भास आबू मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, ‘आदि-आबू परवत रूड्यउ आदिसर... गा. ७', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ७८ ६४६१. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदिनाथ भास पुरिमताल मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, ‘आदि - भरत नइ द्यइ ओलम्भडा रे... गा. ४', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ८१ ६४६२. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदिनाथ भास शत्रुञ्जय मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, ‘आदि– चालउ रे सखि शेत्रुंज जइयेरे... गा. ९', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ६५ ६४६३. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदिनाथ भास शत्रुञ्जय मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि- मुझ मन उलट अति घणउ मन... गा. ९', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ६८ ६४६४. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदिनाथ भास शत्रुञ्जय मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि - सामी विमलाचल सिणगारजी... गा. ५', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ७३ ६४६५. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदिनाथ स्तवन जैसलमेर गणधर वसही, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-प्रथम तीर्थंकर प्रणमियै हुं वारि... गा. १२', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ८७ ६४६६. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदिनाथ स्तवन बीकानेर मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं,‘आदि-श्री आदीसर भेटियउ... गा. ११', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ८५ ६४६७. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, आदिनाथ स्तवन राणपुर मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि - राणपुरइ रलियामणउ रे लाल... गा. ७', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. ८२ Jain Education International खरतरगच्छ साहित्य कोश For Personal & Private Use Only 471 www.jainelibrary.org
SR No.016106
Book TitleKhartargaccha Sahitya Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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