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________________ १२३९. नल दमयन्ती चौपई, ज्ञानसागरोपाध्याय / क्षमालाभगणि, रास चौपई, राजस्थानी, १७५८, 'आदि-प्रणमुं पारसनाथना चरणकमल सुखकार..., अन्त–चारित्र पाले भावसुं ए...', अ., ह. अभय ग्र., बीकानेर, हरिसागरसूरि ज्ञान भं., पालीताणा १२४०. नल दमयन्ती चौपई, समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, रास चौपई, राजस्थानी, १६७३ मेड़ता, 'आदि-सीमंधर सामी प्रमुख..., अन्त-सुधर्मा स्वामी परंपरा...', अ., ह. अभय ग्र. बीकानेर, खरतरगच्छ ज्ञान भं., जयपुर, हरिसागरसूरि ज्ञान भं., पालीताणा, विनय. प्रतिलिपि १२४१. नल दमयन्ती प्रबन्ध, गुणविनयोपाध्याय / जयसोम उ०, रास चौपई, राजस्थानी, १६६५ नवानगर, ‘अन्त-इणिपरि गुणनिधि श्री दवदंती...', अ., ह. अभय ग्र., बीकानेर १२४२. नलवर्णनमहाकाव्य, विनयसागर उ० / सुमतिकलश उ० पिप्पलक, काव्य, संस्कृत, १७वीं, अ., उ. स्वकृत अविदपदशतार्थी १२४३. नवकार महात्म्य चौपई, जिनलब्धिसूरि / जिनहर्षसूरि आद्य., रास चौपई, राजस्थानी, १७५० जयतारण, 'अन्त-श्रीखरतरगच्छगुहिरोगाजै...', अ., ह. खजांची संग्रह रा.प्रा.वि.प्र., बीकानेर १२४४. नवकार यन्त्र, सुमतिवर्द्धनगणि / विनीतसुन्दर, यन्त्र, संस्कृत, १९वीं, अ., ह. उदयचन्द्र संग्रह, जोधपुर १२४५. नवकार रास, धर्ममन्दिर वा. / दयाकुशल वा., रास चौपई, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि-चउवीसे जिनवर नमी..., अन्त–दयाकुशल वाचक वरुऐ धर्ममन्दिर...', अ., ह. अभय ग्र., बीकानेर १२४६. नवकार रास, विजयमूर्ति, रास चौपई, राजस्थानी, १७५५, अ., ह. विनय. संग्रह १२४७. नवकार स्तोत्र , जिनवल्लभसूरि / अभयदेवसूरि, स्तोत्र, अपभ्रंश, १२वीं, 'आदि-किं कप्पतरु रे अयाण चिंतइ..., अन्त-अड संपय नव पय सहित... श्लो.-१३', मु., जिनवल्लभसूरि ग्रन्थावली, पृ. २५३ १२४८. नवग्रही न्यायपरीक्षा स्तोत्र, धर्मवर्द्धन उ० / विजयहर्ष उ०, स्तोत्र, संस्कृत, १८वीं, 'आदि सख्ये सत्यपि दहनाद्..., अन्त श्रेष्ठां सुवर्णरचितां... गा. १०', मु., धर्मवर्द्धन ग्रन्थावली, पृ. ३७० १२४९. नवतत्व चौपई, देवचन्द्रोपाध्याय / दीपचन्द्र उ०, रास चौपई, राजस्थानी, १८वीं, 'आदि सकल जिणेसर प्रणमी..., अन्त–गणतां सम्पत्ति कोडि...', अ., ह. कैलाशसागरसूरि ज्ञान मन्दिर, कोबा ६२२० १२५०. नवतत्व प्रकरण टीका, समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, प्रकरण, संस्कृत, १६८८ अहमदाबाद, 'अन्त–संवतवसुगजरसशशिमिते...', अ. १२५१. नवतत्व प्रकरण बालावबोध, जिनोदयसूरि / जिनसागरसूरि शाखा, प्रकरण, राजस्थानी, १८वीं, अ., ह. आचार्यशाखा ज्ञान भं., बीकानेर १२५२. नवतत्व प्रकरण बालावबोध, पद्मचंद्र / जिनचन्द्रसूरि बेगड़, प्रकरण, राजस्थानी, १७१७, अ., ह. आचार्यशाखा भं., बीकानेर, उ. जैन गुर्जर कविओ भाग-३, पृ. १६२६ 96 खरतरगच्छ साहित्य कोश Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016106
Book TitleKhartargaccha Sahitya Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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