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________________ अमरकोषः [द्वितीयकाण्डे१०. अथ शूद्रवर्गः। १ शूद्रश्वावरवर्णाश्च वृषलाख जधन्यजाः। २ आचण्डालाच संकीर्णा अम्बष्ठकरणादयः ॥१॥ ३ शूद्राविशोस्तु करणोऽम्बष्ठो वैश्याद्विजन्मनीः । ५ शुद्राक्षत्रिययोरुषो ६ मागधः क्षत्रियाधिशोः ॥२॥ ७ माहिष्योऽक्षित्रिययोः ८क्षतार्याशुद्रयोः सुतः। १०. अथ शूद्रवर्गः। १ शूदः, अवरवर्णः, 'वृषः,' जवन्यजः (+पयः, पजः । ४ पु), 'शूद' के ४ नाम है ॥ २ संकीर्णः ( + अर्णसङ्कर । पु), 'वर्णसङ्कर' अर्थात् 'भिन्न २ जातिवाद माता-पिता के संयोगसे उत्पन्न 'अम्बष्ठ, करण' आदि जाति-विशेष' का नाम है। ३ करणः (पु), 'शद्रवर्णकी स्त्री और वैश्य वर्ण के पुरुषसे उत्पन्न सन्तान' का नाम है। ४ अम्बष्ठः (पु). 'वेश्य वर्णकी स्त्री और ब्राह्मण वर्ण के पुरुषसे उत्पन्न सन्तान' का नाम है॥ ५ उमः (पु), 'शूद वर्णकी स्त्री और क्षत्रिय वर्णके पुरुषसे उत्पन्न सन्तान' का । नाम है। ६ माराधः (पु), 'क्षत्रिय वर्णको स्त्री और वैश्य वर्णके पुरुषसे उत्पन्न सन्तान' का १ नाम है। ७ माहिष्यः (+माहिषः । पु), 'वैश्य वर्षको सो और क्षत्रिय वर्णके पुरुषसे उत्पन्न सन्तान' का । नाम है। ८ पत्ता (= क्षत पु), 'क्षत्रिय वर्णकीस्त्री और शूद वर्ष के पुरुषसे उत्पन्न सन्तान' अर्थात् बदाई' का नाम है। १. तदुक्तं नारदेन'षो हि भगवान् धर्मस्तस्य यः कुरुते लवम् । सरल तं विवानोबाव-' इति । मनुरपि ( ८१६) ''स्थाने 'कम्' इति पठित्वा बदेवाह ।। २.'-रद्धयां शुदो मजायत' इति श्रुरखुोरियायेवम् । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016095
Book TitleAmar Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHargovind Shastri
PublisherChaukhamba Amarbharti Prakashan
Publication Year1968
Total Pages742
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size10 MB
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