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________________ ३३२ अमरकोषः। [हितीयकाण्डे१ वैशास्त्रमन्थमन्थानमन्थानो मन्थदण्डके। २ 'कुठरो दण्डविष्कम्भो ३ मन्थनी गर्गरी समे ॥ ४ ॥ ४ उष्ट्रे क्रमेलकमयमहानाः ५ करमः शिशुः। ६ करमाः स्युः शृङ्खलका दारवैः पादबन्धनैः ॥ ७५ ॥ ७ अजा छागी ८ 'शुभच्छागबस्तच्छगलका अजे । ९ मेढोरधोरणोर्णायुमेषवष्णय परके ।। ७६ ॥ २० उष्टोरमाजवन्दे स्यादौष्ट्रकोरमकाजकम् । वैशाखः, मन्या, मन्धानः, मन्थाः ( = मधिन् ), मन्यनदण्डकः ( + वजका, क्षुब्धः । ५ पु), 'मथनीके डण्डे' के ५ नाम हैं । . कुठरः (+कुटर), दण्डविष्कम्भः (२), 'जिसमें मथनीके डण्डेको बांधकर दही महा जाता है उस खम्भे आदि' के नाम हैं । ३ मन्थनी, गगरी ( + कलशी। २ स्त्री), 'कहतरी' अर्थात् जिसमें दहीको महा जाता है उस पात्र' के २ नाम है। ४ इष्टः, क्रमेलका, मयः, महाङ्गः (+दासेरका, दाशेरः, दीर्घनछः, दीर्घग्रीवः, रवणः, धूम्रकः, कण्टकाशनः । ४ पु), 'ऊँट' के ४ नाम हैं। ५ करमः (पु), 'ऊँटके तीन वर्षतको उम्रवाले बच्चे का । नाम है। ६ शृङ्खलकः (पु), लकड़ीकी बनी हुई सिकड़ीसे बांधे हुए ऊँटके बच्चे का । नाम है ॥ ७ अजा, छागी ( २ स्त्री) 'बकरी, छेर' के २ नाम है ॥ ८ शुभा ( + स्तमः, तुमः), छागः (छगः), बस्तः ( + वस्तः), छगलकः ( + छगलः), अजः ( ५ पु), 'बकरा, खस्ली ' के ५ नाम हैं। ९ मेढ़ः ( + मेण्डकः ), उरभ्र, उरणः, ऊर्णायुः, मेषा, वृष्णिः, एडका, (+मुहुः, हुडः । ७ पु) 'भेड़े के ७ नाम है। १. भीष्टकम्, औरभ्रकम्, आजकम् (३), 'ऊँटो, भेड़ों और बकरों के झुण्ड' का क्रमशः 1-1 नाम है। १. 'कुटरः' इति पाठान्तरम् ॥ २. 'शुमच्छागवस्तच्छगलका' इति स्तमनगवस्वच्छगळका' इति पाठाखरे । - - Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016095
Book TitleAmar Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHargovind Shastri
PublisherChaukhamba Amarbharti Prakashan
Publication Year1968
Total Pages742
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size10 MB
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