SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 233
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ २०४ अमरकोषः। [द्वितीयकाण्डे -१ तिलकस्तिलकालकः ॥ ४९ ।। २ अनामयं स्यादारोग्यं ३ चिकित्सा रुक्प्रतिक्रिया। ४ भेषजौषधभैषज्यान्यगदो जायुरित्यपि ।। ५० ॥ ५ स्त्री रुग्रुजा चोपतापरोगव्याधिगदामयाः । ६ क्षयः शोषश्च यक्ष्मा च ७ प्रतिश्यायस्तु पीनसः ॥५१॥ ८ स्त्री क्षुक्षुतं क्षवः पुंसि ९ 'कासस्तु क्षवथुः पुमान् । १० शोफस्तु श्वयथुः शोथः ११ पादस्फोटो विपादिका ।। ५२ ।। १२ किलाससिध्मे १ तिलकः, तिलकालकः ( २ पु), 'तिल' अर्थात् 'काली तिल के समान देहके चिह-विशेष' के २ नाम हैं। २ अनामयम् , आरोग्यम् (२ न), 'नीरोग' के २ नाम हैं। ३ चिकित्सा, रुक्प्रतिक्रिया (२ स्त्री), 'चिकित्सा' अर्थात् 'रोगको दूर करने के लिये दवा मादिके सेवन करने के २ नाम हैं। ४ भेषजम् , औषधम् , भैषज्यम् ( ३ न ), अगदः, जायुः (२ पु), 'दवा' के ५ नाम हैं। ___ ५ रुक (= रुज ), रुना (२ स्त्री), पतापः, रोगः, व्याधिः, गदः, भामयः (+आमः । ५ पु), 'रोग' के ७ नाम हैं ॥ ६ क्षयः, शोषः, यवमा (= यवमन् । + राजयचमा = राजयचमन् । ३ पु), 'राजयक्ष्मा ( T. B.) रोग' के ३ नाम हैं । ७ प्रतिश्यायः (+ प्रतिश्या), पीनसः (+ आपीनसः । २ पु.), 'पीनस रोग' के २ नाम हैं॥ ८ सुत् (स्त्री), शुतम् (न), चवः (पु), 'छीक' के ३ नाम हैं । ९. कासः (काशः), क्षक्थुः (२ पु), 'खाँली' के २ नाम हैं । १० शोफा, श्वयथुः, शोथः ( ३ ), 'शोथ, सूजन' के ३ नाम हैं । "पादस्फोटः (पु), विपादिका (ना), 'बिवाय' अर्थात् 'पैर के तलवे में फटनेवाले रोग-विशेष' के २ नाम हैं ॥ १३ किलासम् , सिध्मम् ( + सिधमली । ३ न ), सेहुँआ, सिहुला' के २ नाम हैं। १. 'काशस्तु क्षवथुः पुमान्' इति पाठान्तरम् ॥ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016095
Book TitleAmar Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHargovind Shastri
PublisherChaukhamba Amarbharti Prakashan
Publication Year1968
Total Pages742
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy