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________________ अमरकोषः। [प्रथमकाण्डे१ मुक्तास्फोटः स्त्रियां शुक्तिः २ शङ्खः स्यात्कम्बुरस्त्रियो। ३ क्षुद्रशङ्खाः 'शङ्खननाः ४ शम्बूका जलशुक्तयः ॥२३॥ ५ भेके मण्डूकवर्षाभूशालूरप्लवदर्दुराः। ६ शिली गण्डूपदी ७ भेकी वर्षाम्वी ८ कमठी 'डुलिः ।। २४ ।। ९ मद्गुरस्य प्रिया की १ मुक्कास्फोटः (पु), शुक्तिः (स्त्री), 'सितुही, सीप' के २ नाम हैं । ('गजराज, मेघ, सूकर, शङ्ख, मछली, साँप, सी और बॉस' इनसे मोती निकलती है, किन्तु अधिकतर सीप से ही निकलती है')॥ २ शंखः, कम्बुः ( २ पु न ), 'श' के २ नाम हैं। ३ पुद्रशङ्खः, शङ्खनखः ( + शङ्खनकः । २ पु) 'छोटे शल' के २ नाम हैं। ४ शम्बूकः (पु। + शम्बुकः, शाम्बुकः ), जलशुक्तिः ( स्त्री। भा० दी० म०), 'घोंघा, दोहना या पानी में होनेवाली हर तरहकी सीप' के २ नाम है ॥ ५ भेकः, मण्डूकः, वर्षाभूः, शालूरः ( + सालूरः ), प्लवः, बदुरः (पु), 'मेढक' के ६ नाम हैं । ६ शिली, गण्डपदी (२ वी), 'केंचुएकी स्त्री या केंचुएके भेदकी छोटी जाति-विशेष' के २ नाम हैं। ७ भेकी, वर्षाम्वी ( २ स्त्री ), 'गुची, मेंढककी स्त्री या मेंढकके भेदकी छोटी जाति-विशेष' के २ नाम हैं ॥ ८ कमठी, दुलिः ( + दुलिः । स्त्री) 'कछुई' के २ नाम हैं । ९ शृङ्गी (स्त्री। + मद्गुरी ), 'मगरकी स्त्री' का । नाम है ॥ १. ......."शनकाः......' इति पाठान्तरम् ।। २. ........"दुलिः इति पाठान्तरम् ।। ३. तदुक्तम्-'करीन्द्रजीमूतवराहशंखमरस्याहिशुक्स्युद्भववेणुजानि। मुक्ताफलानि प्रथितानि लोके तेषां तु शुक्त्युद्भवमेव भूरि' ॥ १॥ इति ।। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016095
Book TitleAmar Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHargovind Shastri
PublisherChaukhamba Amarbharti Prakashan
Publication Year1968
Total Pages742
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size10 MB
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