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हारीत हारीत पुं० एक जातनु पारेवु (२) ठग हार्द वि० हृदयर्नु; हृदय संबंधी (२) न० स्नेह; प्रेम (३) मायाळुता (४)
अभिप्राय; इच्छा हार्दिक्य पुं० कृतवर्मा (२) मित्रता हार्य वि० लई जवा योग्य (२) वहन करवा योग्य (३) पडावी लेवा योग्य (४) खसेडवा के उपाडी जवा योग्य (५)चलित करवा योग्य ; चलित थई शके तेवु (निश्चय इ०)(६) आकर्षी शकाय तेवू; जीती शकाय तेवु; मेळवी शकाय तेवू (७) नाश करवा योग्य (८) निवारवा योग्य (प्रहार इ०) (९) सुंदर; आकर्षक हाल पुं० हळ (२) बळराम हालभृत् पुं० बलराम हालहल न० भयंकर झेर; हळाहळ हालहली स्त्री० मद्य; दारू हाला स्त्री० मद्य ; दारू हालाहल न० अत्यंत उग्र झेर; हळाहळ
(२) मद्य; दारू हालाहली स्त्री० मद्य; दारू हालिक पुं० खेडूत (२) हळ खेंचनार
पशु (बळद इ०) (३)हळ वडे लडनारुं हाली स्त्री० साळी; पत्नीनी नानी बहेन हाव पुं० आमंत्रण; बोलावq ते (२)
स्त्रीओनी शृंगारिक चेष्टा हावु [हा३७] अ० आनंदनो उद्गार हास पुं० हसवू ते; हास्य (२) आनंद; मजा (३) विनोद; उपहास; मश्करी (४) गर्व; अभिमान (५) खीलवं -ऊघडवं ते (कमळ इ० नुं) हासक पुं० भांड; मश्करो हासन वि० हसावे तेवू; मश्करूं हासस् पुं० चंद्र हास्तिक पुं० महावत (२) हाथी उपर सवारी करनारो (३) न० हाथीओनो समूह [(२) न० हस्तिनापुर हास्तिन वि० हाथी जेटलुऊंडु (पाणी)
हितकर हास्य वि० सवा योग्य ; हांसीपात्र (२) न० हसत्रु ते (३) आनंद मोज (४) मजाक ; मश्करी (५) पुं० आठ (के नव) रसामांनो एक (काव्य) हास्यकार पुं० मश्करो हास्यपदवी स्त्री० हांसी : मश्करी हास्यरस पु० आठ रसमानो एक (काव्य) हास्यशील वि० मश्करीखोर; मश्कर हास्यास्पद न० हांसीने पात्र एवं ते हाहा पुं॰ एक गंधर्व [उद्गार हाहा अ० दुःख, शोक के आश्चर्यनो हाहाकार पुं० शोक; विलाप (२)
युद्धनो कोलाहल हाहारव पु० 'हाहा' एवो अवाज हि अ०(वाक्यनी शरूआतमां नवपराय) कारण के. खरेखर, चोकस, दाखला तरीके, जाणीतुं छे तेम, मात्र, फक्त, ए. एकल ज-ए अर्थ बतावे (२) मात्र पादपुरक तरीके पण वपराय छे हि ५ प० माकलQ (२) फेंकवु (३)
उश्केर ;प्रे (४) प्रसन्न करवु (५) जवू (६) तज; भूल हिक्क १ उ० हेडकी जेवो अस्पष्ट अवाज करवो (२) १० आ० हिंसा करवी; ईजा करवी हिक्का, हिक्किका स्त्री०, हिक्कित न०
हेडकी (२) अस्पष्ट अवाज हिडिंब पु० भीमे हणेलो एक राक्षस हिडिबा स्त्री हिडिंब राक्षसनी बहेन;
भीमनी पत्नी हित (धा'भू० कृ०) वि० मूकेलं
(२) लीधेलु (३) योग्य ; हितकर (४) लाभदायक; पथ्य (५) –नी तरफ माया-ममता प्रेमवाळु (६) मोकलेलं; धकेलेल (७) आगळ गयेलं (८) प. मित्र; सलाहकार (९) न०भलं; कल्याण हितकर वि. हित करनारु (२) लाभदायक; उपयोगी (३) पुं० मित्र; उपकार करनारो
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