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________________ षष्ठांश खेतीना षष्ठांश पुं० प्रजा पासेथी उत्पादनमाथी राजा कर तरीके छठ्ठो भाग ले ते (२) छठ्ठो भाग षष्ठांशवृत्ति पुं० राजा (प्रजाना उत्पादनना छठ्ठा भाग उपर जीवतो) षष्ठी स्त्री० छठ्ठी तिथि ( २ ) बाळकना जन्मथी छठा दिवसे पूजाती देवी बंड पुं० सांढ; आखलो ( २ ) हीजडो; व्यंडळ (३) समुदाय ; टोळं (४) पुं०, न० टोळं (बकरां इ० नुं) षंढ पुं० हीजडो षाड्गुण्य न० जुओ 'षड्गुण' न० षाण्मासिक वि० छ महिने आवतुं; छमासिक ( २ ) छ महिनानी उमरनुं स अ० 'सह' के 'सम्', 'सम', 'तुल्य' के 'सदृश' अने 'एक' अथवा 'समान'ने बदले नाम साथे जोडाई विशेषण के क्रियाविशेषण बनावे छे ( अ ) - नी साये, -थी युक्त ए अर्थमा (उदा० 'सपुत्र', 'सरोषम् ' ) (आ) 'समान', 'सर' ए अर्थमा (उदा० 'सजाति', 'सुवर्ण' ) (इ) – एज', 'एक ज' ए अर्थमा (उदा० 'सोदर', 'सपक्ष' ) सकरुण वि० दयाळु सकल वि० आखुं; पूरुं; समग्र सकाम वि० कामना, वासना के प्रेमवाळु (२) जेनी कामनाओ पूर्ण थई छे तेवं सकार वि० क्रियाशील; सक्रिय सकाल वि० समयोचित प्रसंगोचित सकालम् अ० वेळासर; वहेली सवारे सकाश वि० नजरे पडतुं; नजीकनुं (२) पुं० सांनिध्य सकाशम्, सकाशात् अ० नजीकमां (२) नजीकथी; पासेथी Jain Education International ५११ सगंध षिड्ग पुं० रंडीबाज - व्यभिचारी माणस (२) विट; बेवफा यार षोडशन् वि० ( ब० व०) सोळ षोडशम वि० सोळमुं षोडशमातृकाः स्त्री० ब० व० गौरी, पद्मा, शची, मेधा इ० सोळ देवीओ षोडशोपचार पुं० ( ब० व० ) देवनी पूजाना सोळ प्रकार ( आसन, स्वागत, पाद्य, अर्घ्य, आचमनीयक, मधुपर्क, आचम, स्नान, वस्त्र, आभरण, गंध, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य, वंदन ) षोढा अ० छ प्रकारे षोढामुख पुं० कार्तिकेय [ थूकवुं ष्ठि १, ४ प० [ ष्ठीवति, ष्ठीव्यति ] ष्ठीवन न० थूकवुं ते (२) थुंक स सकुल्य वि० समान; सरखुं सकृत् अ० एक वार (२) एक वखत सकृपणम् अ० दीनताथी सक्त ( 'सज् ' नुं भू० कृ० ) वि० चोटेलुं; वळगेलं (२) आसक्त ( ३ ) विघ्नित; डखल कराये सक्तवैर वि० सतत वेर राखनाएं सक्ति स्त्री० जोडाण ; संबंध ( २ ) आसक्ति सक्तु पुं० ( ब० व० ) साथवो सक्थि न० साथळ सक्रिय वि० क्रियायुक्त सखि पुं० मित्र; सोबती (समासने अंते 'सख' थाय; पहेली ए० व० नं रूप 'सखा' ) सखी स्त्री० साहेली सख्य न० मित्रता [ सूर्यवंशी राजा सगर वि० झेरवाळु (२) पुं० एक सगर्भ पुं० सहोदर; सगो भाई सगंध वि० सुगंधीदार ( २ ) संबंधी; सगुं (३) गर्विष्ठ (४) पुं० सगो For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016092
Book TitleVinit Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGopaldas Jivabhai Patel
PublisherGujarat Vidyapith Ahmedabad
Publication Year1992
Total Pages724
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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