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________________ लक्ष्मन् ४१५ लक्ष्मन् न० चिह्न; निशानी;विशिष्ट गुण (२)डाघ (३) व्याख्या (४) मुख्य एव॒ते लक्ष्मी स्त्री० सद्भाग्य; समृद्धि (२) सिद्धि (३) सौंदर्य; कांति (४)विष्णुनी पत्नी; श्री (५) राज्यलक्ष्मी लक्ष्मीनिरीक्षित वि० लक्ष्मी देवीनं कृपापात्र; अति धनवान | लक्ष्मीपति पुं० विष्णु (२) राजा लक्ष्मीवत् वि० भाग्यवान; समृद्ध (२) सुंदर; मनोहर [धनवान माणस लक्ष्मीश पुं० विष्णु (२) आंबो (३) लक्ष्य वि० जोवा लायक; जोई शकाय तेवू (२)ओळखी शकाय तेवू (३) जाणी शकाय तेवू (४) निशानी करवा योग्य (५)ताकवा योग्य (६)व्याख्या करवा योग्य(७)विचारवा योग्य(८)पुं० शस्त्रो उपर बोलवानो मंत्र (९) न० निशान (१०) चिह्न (११) जेनी व्याख्या करवानी छे ते (१२) लक्षणाथी प्राप्त थतो गौण अर्थ (१३) मिष; ढोंग (१४) लाख (संख्या) लक्ष्यभेद, लक्ष्यवेध पुं० निशान वींधते लक्ष्यसुप्त वि० ऊंघवानो ढोंग करतुं लक्ष्यालक्ष्य वि० भाग्ये देखातुं लग १५० लागवं; वळगवं (२)-ना संबंधमां आवq (३) असर थवी (४) जोडायेला होवू (५) –नी पछी तरत बनवू (६) समय लागवो- व्यतीत थवो (७) १० उ० चाखवु (८) मेळवq लगित वि० चोटेलं; वळगेलं; जोडायेलं लगुड (-र,-ल) पुं० लाठी; लाकडी लग्न ('लग्नुं भू० कृ.) वि० चोटेखें; वळगेलुं; संबद्ध (२) तरत ज पछी आवतुं-बनतुं (३) न० ग्रहो वगेरेनो मार्ग मळतो होय ते बिंदु (४) सूर्य राशिमां दाखल थाय ते क्षण (५) शुभ क्षण (कोई काम करवा माटे) लग्नक पुं० जामीन लघूक लग्नकाल पुं० जुओ 'लग्नवेला' लग्नदिन, लग्नदिवस पुं० कोई पण कार्य ___ करवा माटे शुभ दिवस लग्नवेला स्त्री०, लग्नसमय पुं० (लग्न वगेरे क्रिया माटे) शुभ मुहूर्त-समय लग्नाह पुं० कोई कार्य माटे शुभ दिवस लघयति प० (हळवं करवु; ओछं करवू; अवगणवू; पार्छ पाडी देवू) लघिमन् पुं० हलकापणुं(वजनमा) (२) तुच्छता; अल्पता (३)हीनपणुं; नीचपणुं(४)हलका थई जवानी योगसिद्धि लघिष्ठ वि० सौथी वधुं हलकुं ('लघु'नुं श्रेष्ठतादर्शक रूप) लघीयस् वि० बेमां वधुं हलकुं ('लघु'नुं तुलनात्मक रूप) लघु वि० हलकुं (२)नानुं (३)ढूंकुं(४) तुच्छ (५)नीच; हीन (६)नबलू (७) झट वळी शके तेवू; चपळ (८)झडपी (९)सहेलुं (१०) पचवामां हलकुं(११) ह्रस्व-ढूंकू (१२) इष्ट; अनुकूळ (१३) सुंदर (१४) नानुं (उंमरमां) (१५) भार के परिवार विनानुं (१६) अ० जलदी (२) तुच्छकारथी लघुक्रमम् अ० झडपी पगले लघुचेतस् वि० हलका मनन(२)अस्थिर लघुता स्त्री०, लघुत्व न० नानापणुं (२) हलकापणुं (३)तुच्छपणुं (४)ऊंचा कुळनुं न होवू ते (५)अवगणना (६) चपळता (७) ट्रॅकापणुं (८) कुशळता (९) अविचारीपणुं लघुभव पुं० हलका कुळमां जन्मवाळो लघुभोजन न० हळवू भोजन- नास्तो लघुविक्रम वि० झडपी पगलांवाळू लघुवेधिन् वि० कुशळताथी ताकी शकनारं [झडपी पगलांवाळू लघुसमुत्थान वि० झट ऊभुं यतुं (२) लघुहस्त वि० कुशळ; चालाक ; निष्णात लघूक ८ उ० अवगणवू; तुच्छकारQ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016092
Book TitleVinit Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGopaldas Jivabhai Patel
PublisherGujarat Vidyapith Ahmedabad
Publication Year1992
Total Pages724
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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