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________________ महामात्र ३७१ महिष महामात्र वि० कद के जथामां मोटुं (२) सिंह (३) इंद्रनुं वज्र (४) विष्णु (५) उत्तम; श्रेष्ठ (३)पुं० राज्यनो मोटो गरुड (६)हनुमान अधिकारी; मुख्य प्रधान (४) महावत महावेग वि० घणुं झडपी के वेगवाळं महामान्य वि० अति आदरने पात्र महाबेल वि० मोटा मोजांवाळू महामाय वि० मोटी मायावाळुमायावी महावत न० एक मोटुं व्रत (एक महिना (२)पुं० शिव (३) विष्णु सुधी पाणी पण न पीवान) (२) कोई महामांस न० मनुष्यनुं मांस पण मोटुं कर्तव्य के नियम महामृग पुं० हाथी महाशन वि० खाउधरूं; तृप्त न थाय तेवू महामृध न० महा युद्ध महाशनिध्वज पुं० वज्रना चिह्नवाळो महायज्ञ पुं० नित्य करवाना पांच यज्ञ- मोटो ध्वज (इंद्रनो) मांनो दरेक (ब्रह्म-देव-पितृ-भूत-न) महाशय वि० उदार चित्तवाछं; सज्जन महायशस् न० घणुं विख्यात (२) पुं० तेवो माणस (३) महासागर महायान न० नागार्जुने प्रवर्तावेल बौद्ध महाशंख पुं० एक मोटी संख्या (१००० संप्रदाय (' हीनयान 'थी भिन्न) अबज) (२) कुबेरनो एक निधि महारजत न० सोनू महाशासन वि० मोटी राजसत्तावाळं महारजन न० सोनुं(२)केसूडो(३)हळदर (२)मोटा हुकमोवाळू महारय पुं० मोटो रथ (२) मोटो योद्धो महाश्मन् पुं० मणि (एकलो दश हजार धनुष्यधारीओ महासती स्त्री० शुद्ध, पतिव्रता स्त्री साथे लडी शके ते) (३) मनोरथ महासत्त्व वि० महान बळशाळी (२) महाराज पुं० मोटो राजा; चक्रवर्ती __ न्यायी;सदाचारी(३)पुं० मोटुंप्राणी(४) (२)राजा के तेमना जेवाओ माटे शाक्य मुनि (५)कुबेर [मूल्यवान आदरनुं संबोधन महासार वि० महाबळवाळू(२)कीमती; महाराजाधिराज पुं० चक्रवर्ती राजा महासाहसिक पुं० लूटारो; वाटपाडु महाराज्य न० सिंहासनारूढ राजानुं महासेन पुं० कार्तिकेय (२) मोटा सैन्यनो पद के प्रतिष्ठा [महाप्रलय सेनापति (३) शिव महारात्रि(-त्री) स्त्री० मघरात (२) महांग वि० मोटा अंगवाळू (२)पुं० ऊंट महादत पुं० एक जातनुं काळियार हरण । महांजन पुं० एक पर्वत स्त्रिी० पृथ्वी महार्घ वि० कीमती; मूल्यवान महि पुं०,न० महिमा (२)पुं० बुद्धि(३) महार्घ्य वि० अमूल्य; घणुं कीमती महिका स्त्री० हिम; झाकळ (२) पृथ्वी महाचिस् वि० ऊंची ज्वाळाओ नीक- महिकांशु पुं० चंद्र [संमानित ळती होय तेवू महित ('मह'नुं भू००)वि० पूजायेलं; महार्णव पुं० महासागर महिमन् पुं० महिमा; मोटाई (२) महाहं वि० अति कीमती; अमूल्य महत्ता; सत्ता (३) मोटुं पद (४)आठ महावराह पुं० विष्णुनो वराहरूपे त्रीजो सिद्धिओमांनी एक (मरजी प्रमाणे अवतार मोटा कदवाळा थवानी) महावात पुं० तोफानी पवन महिला स्त्री० स्त्री (२) मदमत्त स्त्री महाविस्तर वि० मोटा विस्तारवाळ (३) प्रियंगुलता महावीर पुं० महा पराक्रमी योद्धो (२) महिष पुं० पाडो (२)महिषासुर Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016092
Book TitleVinit Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGopaldas Jivabhai Patel
PublisherGujarat Vidyapith Ahmedabad
Publication Year1992
Total Pages724
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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