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________________ पण्यस्त्री २६० पथ पण्यस्त्री, पण्यांगना स्त्री० वेश्या पतिव्रता स्त्री० पतिव्रत पाळनारी-सती पत् १५० पडवू ; नीचे आवq; ऊतरवू पतिवरा स्त्री० पोतानी मेळे पति पसंद (२) ऊड (३) आथमवू (४) करनारी स्त्री योग्य स्त्री पतित थवं; अधोगति पामवी (५) पतीयंती स्त्री० पतिने इच्छतो के पतिने कंगाळ थ (६) नरकमां पडq (७) पत्काषिन् पुं० पायदळनो सैनिक;पदाती आवी पडवू (८) उपर पडवू पत्तन न० शहेर पत पुं० ऊडवं ते (२) नीचे ऊतर ते पत्ति पुं० पदाती; पायदळनो सैनिक पतग पुं० पंखी (२) सूर्य । (२) स्त्री० लश्करनी नानी टुकडी पतत् वि० ऊडतुं (२) ऊतरतुं; नीचे (जेमां एक रथ, त्रण घोडा, बे हाथी आवतुं (३) पुं० पक्षी अने पांच पदाती होय) . पतग्रह पुं० पिकदानी । पत्तिक वि० पगपाळ पतन न० नीचे आवq के ऊतर ते; पत्नी स्त्री०शास्त्रविधिथी परणेली स्त्री उपर पडवं ते (२) आथम ते (३) पत्र न० पांदडु (२)पांखडी (३) कागळ अधोगति थवी ते (४) भ्रष्ट थर्बु ते (लखेलो के लखवा माटेनो) (४) (५) पडती ('उदय' थी ऊलटुं) चोपडीनु पार्नु (५) धातुनुं पातळं पतनीय न० अधोगतिकारक पापकर्म पतरूं; वरख (६) पक्षीनी पांख (७) पतंग पुं० पक्षी (२) सूर्य (३) पतं- पोंछु (८) बाण, पीछु (९) वाहन गियु; तीड; तीतीघोडो (१०) छरीन के तरवारनुं पार्नु पतंगम पुं० पक्षी (२) पतंगियं (११) मों के शरीरना भाग उपर पतंगिका स्त्री० नानुं पंखी (२) नानी करेल लेप के चित्ररचना मधमाखी (३) धनुष्यनी पणछ पत्रपुट न० (पांदडांनो) पडियो पताका स्त्री० धजा; ध्वज-दंड (२) पत्रभंग पुं०, पत्रभंगि(-गी) स्त्री० प्रख्याति ; प्रसिद्धि (३) निशान ; चिह्न मों के शरीर उपर चंदन वगेरेथी पताकास्थान न० अपेक्षित वस्तुने करेली चित्ररचना बदले तेना जेवू बोजु वस्तु अकस्मात् पत्ररथ पुं० पक्षी रजू कराय ते (नाटय०) पत्ररेखा, पत्रलेखा, पत्रवल्लरी, पत्रपताकिन् वि० धजा पकडनाएं (२) वल्लि (-ल्ली) स्त्री० जुओ 'पत्रभंग' धजाथी शणगारेलु (३) पुं० धजा पत्रवाह पं० पक्षी (२) बाण पकडनारो (४) ध्वज (५) रथ . पत्रविशेषक पुं० जुओ 'पत्रभंग' पताकिनी स्त्री० सेना; लश्कर पत्रवेष्ट पु० काननुं एक घरेणु पति पुं० धणी; भर्ता (२) मालिक; पत्राट वि० लखेल स्वामी (३) राजा; हाकेम पत्रालंबन न० पडकार (वादविवादमा) पतित ('पत्' नुं भू० कृ०) वि० पडेलु; पत्रिका स्त्री० लखवा माटेनो कागळ नीचे ऊतरेलु (२) पतन पामेलु; (२) दस्तावेज (३) काननुं एक घरेणुं भ्रष्ट थयेलं (३) पराजय पामेलं पत्रिन् वि० पांखवाळं (२) पीछांवाळं (युद्धमां) (४) राखेलं; मूकेलं : (३) पांदडांवाळ (४) पृष्ठवाळु (५) पतितस्थित वि० जमीन उपर गबडेलं पुं० बाण (६)पंखी (७)बाज पक्षी पतिदेवता, पतिदेवा स्त्री० पतिने देव पत्रोर्ण न० रेशमनुं वस्त्र माननारी- पतिव्रता पथ पुं० मार्ग; रस्तो Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016092
Book TitleVinit Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGopaldas Jivabhai Patel
PublisherGujarat Vidyapith Ahmedabad
Publication Year1992
Total Pages724
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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