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________________ पता निघण्टु ब्राह्मण १।१२।। अन्नम् उदक अनं वा ऽआपः १॥१०॥ अभ्रम् मेघ अभ्राद् वृष्टिः २। ७॥ अर्कः अन्न अन्नमर्कः ३। ४॥ अस्तम् गृह गृहा वाऽस्तम् १११४॥ अर्वा अश्व (अश्व वं ) अर्वाऽसि २१११॥ अदितिः गौ अदितिर्हि गौः १। १॥ , पृथिवी इयं वै पृथिव्यदितिः २१११॥ , वाक् वाग्वा अदितिः १११०॥ अद्रिः मेघ गिरिर्वाऽआद्रिः ५। ५॥ अभीशवः रश्मि अभाशवो वै रश्मयः ११११।। अनुष्टुप् वाक् वाग्वा अनुष्टुप् । १२॥ ३॥ अमृतम् हिरण्य अमृतं वै हिरण्यम् २| ७|| आयुः अन्न अन्नमु वाऽआयुः २। ७|| इषम् अन्न अनं वा इषम् २॥ १॥ इडा पृथिवी इयं (पृथिवी) वा इडा २। ७|| इडा अन अन्नं वा इला २॥११॥ इडा गौ गौर्वाऽइडा ३१३०॥ उवीं पृथिवी यथेयं पृथिव्युवी २) ७॥ ऊ अन्न अन्नं वा ऊर्गुदुम्बरः ११११॥ ऋक् वागेवर्चः ३११०॥ ऋतम् सत्य सत्यं वाऽकतम् २॥ ९॥ ओजः बल ओजः सहः ३॥ ६॥ कम् सुख मुखं वै कम् १३ ७|| क्षपा रात्रि रात्रयः क्षपाः २॥ १॥ क्षामा पृथिवी इमे वै धावापृथिवी थावाक्षामा ३| ३|| गमीरः महान् गमीरमिमं महान्तमिमं ११११॥ गीः वाक् वाग्वै गीः १॥ २॥ चन्द्रम् हिरण्य चन्द्र हिरण्यम् ॥ ३॥ जन्तवः मनुष्य मनुष्या बै जन्तवः पता श० १३१८१९॥ श० ५३/५/१७॥ श० १११११४॥ श० २१५।२।२९॥ ता०३१७१॥ श० २।३।४३४॥ श० १११/४/५॥ श० ६/५/२२०॥ श० ७/५/२११८॥ श० ५।४।३।१४॥ श० ११३१२१६॥ श० ९/४/४/५॥ श० ९/२/३१६॥ कौ० २८॥५॥ कौ० ९२॥ ऐ० ८॥२६॥ श० ३।३।११४॥ श० २१११४२८॥ श० ३।२।१॥३३॥ २०४१६७११॥ श०७३।११२३॥ कौ० ३.५॥ गो० उ०६।३॥ ऐ० ११३॥ श०६७/२३॥ श० २।९।४।५॥ श० २।२।५॥ तै० ११७६३॥ २०७३।१३२॥ वाक् Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016086
Book TitleVaidik kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhagwaddatta, Hansraj
PublisherVishwabharti Anusandhan Parishad Varanasi
Publication Year1992
Total Pages802
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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