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________________ जैन आगमणी कोश 97 नर-मादा में विशेष अन्तर नहीं होता। सोवच्छिय [सौवत्सिक] प्रज्ञा. 1/50 विवरण-भारत, लंका आदि देशों में इसकी मुख्य तीन A king of Insect-कीट की एक जाति, सोवत्सिक। प्रजातियां पाई जाती हैं। बया एक कुशल कारीगर है, देखें-कीड (कीट) घोंसला बनाने की दक्षता में सभी पक्षी इससे पीछे हैं। वयों के घोंसलें बबूल, ताड आदि वृक्षों की डालियों में हस हस] आ.चू. 15/28 सू. 1/4/48 ठा. 7/41/1 रिटार्ट की तरह लटकते हुए दिखाई देते हैं। पालतू बया भग. 9/189 को लोग अंगूठी दिखाकर कुएं में फेंकते हैं और यह Flamingo-राजहंस, वोग हंस, श्रेष्ठ हंस, छाराज उसके पीछे इतनी फुर्ती से झपटता है कि पानी में गिरने वागों। से पहले ही अंगूठी को चोंच में पकड़ लेता है, सर्कसों देखें-राजहंस में इस पक्षी के अद्भुत करिश्मे देखने को मिलते हैं। हत्थीपूयणया [हस्तिपूतनया] प्रज्ञा. 1/65 वैज्ञानिक लोग इसे प्लौसिअस फिलीपाइनस (लिनीअस) A kind of Elephant-हाथी की एक प्रजाति। के नाम से जानते हैं। [विशेष विवरण के लिए द्रष्टव्य-K.N. Dave पृ. देखें-कुंजर (हाथी) 88-89, 94] हत्थिसोंड़ [हस्तिशौण्ड] प्रज्ञा. 1/50 A Kind of Caterpiller-हस्तिसुण्डी। सूईमुहा [शुचिमुखा] प्रज्ञा. 1/49 आकार-सामान्य सुण्डी के समान। Pyrilla-सूचिमुख लक्षण-विभिन्न आकर्षक रंगों वाला यह कीट आकार-शरीर की लम्बाई लगभग 18 मि.मी.। केटरपीलर के समान खण्ड-खण्ड शरीर वाला होता है। लक्षण-यह पुआल रंग का कीट है। इसके सिर के विवरण इसकी हजारों प्रजातियां पाई जाती हैं। आगे तेज नुकीली चोंच जैसा थूथन होता है। मानसून की पहली अच्छी वर्षा के बाद इसकी उत्पत्ति विवरण-यह भारत में गन्ना उत्पादक क्षेत्रों में होती है। पाया जाता है और फसल को नुकसान भी पहुंचाता। विशेष विवरण के लिए द्रष्टव्य-फसल पीड़क कीट, सचित्र विश्व कोश [विशेष विवरण के लिए द्रष्टव्य-फसल पीड़क कीट] हय [हय] प्रश्नव्या. 1/6 प्रज्ञा. 2/30, 49 जम्बू. 2/65 सोमंगल [सौमंगला प्रज्ञा. 1/49 उत्त. 36/128 Horse-घोड़ा देखें-अस्स (अश्व) Somagla, PoisonInsect-सौमंगल, विषैला कीट। आकार-1 मि.मी. से 1 सेमी. तक लम्वा। हरपोंडरीय [हृदपोंडरीक] प्रश्नव्या. 1/9 Spotted or grey Pelican-हवासिल, करेर। लक्षण-शरीर का रंग मटमैले से काला तक होता है। देखें-पोंडरीय विवरण-गंदगी वाले स्थानों में इनकी अनेक प्रजातियां पाई जाती हैं। इसके काटने से खुजली के हरिण हरिण] उत्त. 32/37 साथ जलन होती है। Deer-मृग देखें-सारंग (चित्तकवरा हिरण) सोयरिय [शोकरिक] अनु. 302/6 Pig-सूअर देखें-कोल (सूअर) और कोलसुणग। हलाहला [हलाहला] देशी. 8/63 Snake Skink-सांप की बामणी, नागर बामणी। देखें-छीरल Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016052
Book TitleJain Agam Prani kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVirendramuni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1999
Total Pages136
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi
ClassificationDictionary, Dictionary, Agam, Canon, & agam_dictionary
File Size17 MB
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