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________________ परिशिष्ट १ मुक्कोट्ठिय-उद्वेष्टित मुग्गरय - मुग्धा के साथ रमण मुग्गुअ --- न्यौला, नकुल मुचमुंड - जूडा मुट्टिम - गर्व मुद्दग - १ उत्सव । २ सम्मान मुद्धड - १ उद्धत । २ अकुटिल, प्रांजल मुद्धयंद - पूर्णिमा में उदय काल का भास्वर चांद मुमिअ-शीलत मुयंगलिया - चींटी मुरुअ - त्रुटित मुरुडी - शृगाली मुरुक्क — मुडा हुआ मुरुविक पक्वान्न विशेष मुल्लिअ - शीलित मुसमरण --भंजन, दलन मुसल - मांसल, पुष्ट मुसुमूरण-भंजन, दलन मुसुमूरविअ - मंगाया हुआ मुसुमरिअ - भांगा हुआ मुहला - कोलाहल मुहुल - बन्दी मूअल्लिअ - मूक बना हुआ मरविअ - तापित मेइणी – चंडालिनी मेंढअ-मेष, मेंढा मेक्ख मे --- महावत - पास का खेत आदि मेठिअ - गृह, घर मेडय -- मंजिल, तला Jain Education International मेमण--में में शब्द करना मेम्मायंत - अनुकरणवाची शब्द मेर-मर्यादा, सीमा मेरयमर्यादा मेलय - समूह मेलावक्क - संगम मेल्लअ - मोचक मेल्लाविय— मोचित मेल्लिय - मुक्त-मुक्त इत्यर्थे देशी मेहरि - काष्ठ-कीट, घुण मेहरिया - मेहरी, गाने वाली स्त्री मेहलिया भार्या मेहली- भार्या मोइल - मत्स्य - विशेष मोकल्लिअ - मोचित मोक्कलिय - मुक्त, मोचित मोक्कल्ल -- भेजना मोट्टाइय-रति-क्रीडा, मैथुन मोट्टाविय - बलात्कारपूर्वक रति - क्रीडा मोट्टिम -- बलात्कार मोट्टिया - मोटी स्त्री मोट्टियार - मोटे आकार वाला मोडी - भगिनी ૪૨ मोड्डिय— भग्न मोणावणा - प्रथम प्रसूति के समय पिता की ओर से किया जाता उत्सवपूर्वक निमन्त्रण मोरअ - अपामार्ग मोरद्द - अपामार्ग मोरुल्ल - मयूर मोलग - बांधने के लिए गाडा हुआ खूंटा For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016051
Book TitleDeshi Shabdakosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDulahrajmuni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1988
Total Pages640
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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