SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 549
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ४८० देशी शब्दकोश दाव-१ दास । २ गर्दभ | दुहरीण-खिन्न-खिन्नार्थे देशी वाविअ—दर्शित दूयडिया-दूतिका दिक्करिया-कन्या दूयाकार-कला-विशेष दिरिआकृत्रिम मृगी दूसंथवय-दुष्कर दिलंदिलिअ-बालक, शिशु देंट-वृन्त दिसेव-पथिक देक्खालिअ-दिखाया हुआ दीयड-सर्पविशेष जो अष्टमी और देखण-प्रेक्षण चतुर्दशी के अतिरिक्त शेष दिनों देवरिअ-पुत्रोत्सव पर बजाया जाने में विष रहित होता है वाला तुर्य दीवड-सर्प-विशेष देसिय-पथिक, प्रवासी दुक्कह-अरुचिवाला देसियाली-देशाटन दुक्खित्त-कंपन देहलिय-मर्यादा दुगुछिय-जुगुप्सित दोग्घट्ट-हाथी दुग्गुच्छ-भ्रमित दोच्छिय-तिरस्कृत दुग्घोट्ट-हाथी दोडि-सायंकालीन भोजन दुघोट-हाथी दोबर-स्वर्ग-गायक, तुम्बुरु दुच्चवण-दुर्भणित दोरी-छोटी रस्सी दुट्ठहण-चोर दोसारअण-चन्द्रमा दुणाम-डाकिनी दोसिय-वस्त्र का व्यापारी दुद्दोलणा-बार-बार दुहने योग्य गाय धगधगंत-धगधगायमान दुन्नियत्थ-निंदनीय वेष धारण | धग्गीकय-जलाया हुआ करने वाला धड-धड़ दुप्परिल्ल-दुराकर्ष धडहडिअ-गर्जना, गर्जारव दुब्बोलिय-दुर्वचन धडि-कुण्डल दुब्भ-भ्रमर धणि-तृप्ति दुरिअ-द्रुत, शीघ्र धन्नाउसदाण-आशीर्वचन दुवालि-नटखटपन धम-विलास दुव्वाइय-शुष्क धध-तृप्ति दुग्विवरेरय-जो कठिनता से मोड़ा धवक्कजाए धवक्कय-समूह दुसुरुल्लय-गले का आभूषण-विशेष | धवक्किय-धड़का हुआ, भय से Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016051
Book TitleDeshi Shabdakosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDulahrajmuni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1988
Total Pages640
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy