SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 530
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ४६१ परिशिष्ट १ खिल्लहड-कन्द-विशेष समय हंसना खिल्लहल-कन्द-विशेष खेड-आलिङ्गन खिल्लुहड-कंद-विशेष खेडय-अग्राहार, बलि खोसण-खींसना, झूरना खेडिया-१ बारी, दफा । खुइय-१ विच्छिन्न । २ विध्यात, | २ खिड़की शांत खेर-१ एक म्लेच्छ-जाति । २ द्वेष खुंगाह-अश्व की एक उत्तम जाति | खेरि-द्वेष खुंट-१ स्तम्भ-स्तम्भ इत्यर्थे देशी। खेल-जहाज का कर्मचारी-विशेष २ खूटी खेव-आलिङ्गन खुंटण-त्रोटन, खोटना खेह-धूलि खुंटमोडय-१ खूटे को मोड़ने खोटग-बूंटी वाला । २ इस नाम का एक खोटय-खूटा, खूटी हाथी खोंडग-खूटी खुज्जुल्लिय-कुब्ज खोज्ज-मार्ग-चिह्न खुडिया-स्वल्प रति-क्रीडा खोट्रिय-बनावटी लकड़ी खुडुक्किअ-१ शल्य की तरह चुभा खोट्टिया-कुट्टिनी, दासी हुआ। २ रोष-मूक, गुस्से में मौन | खोडी-दासी धारण करने वाला खोर-१ कलुषित, तुच्छ । खुडुक्खिय-शल्य की भांति चुभा २ मार्मिक हुआ खोल-लघु, तुच्छ खुड्डमड्डा-१ बहु, अत्यन्त । खोल्ल-गंभीर-गम्भीर इत्यर्थे २ पुनः पुनः देशी। (मराठी खोल) खुत्त-क्षिप्त, प्रहत खोसला-दन्तुल स्त्री, वह स्त्री खुप्पण-निमज्जन जिसके दांत बाहर निकले हुए खुरप्प-खुरपा, क्षुरप्र (मराठीखुरपे) खोहत्त-हाथों से आहत पानी खुरहखुडी-प्रणय-प्रकोप खुरुप्प-शस्त्र-विशेष खुलुखी-मिथ्या घटित होना गउसाउल्ल--विरक्त खुल्लासय-खलासी, जहाज का गंगली-मौन, चुप्पी कर्मचारी-विशेष गंजुल्लिय-पुलकित खेआलुअ--१ हास । २ हास्य के गंजोल-पीड़ित हो Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016051
Book TitleDeshi Shabdakosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDulahrajmuni
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1988
Total Pages640
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy