SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 147
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ आनुपूर्वी १०२ सत्पदप्ररूपणा अवत्तव्वयाइं च २६ । (एए अटू भंगा)। एवं सव्वे वि नैगम और व्यवहारनय-सम्मत भंगोपदर्शनछब्बीसं भंगा। से तं नेगम-ववहाराणं भंगसमूक्कित्तणया। १. त्रिप्रदेशिक आनुपर्वी, २. परमाण पुदगल अनानुपर्वी, (अनु ११७) ३. द्विप्रदेशिक अवक्तव्य, ४. त्रिप्रदेशिक आनुपवियां, प्रस्तुत सूत्र में नैगम-व्यवहार-नय-सम्मत आनुपूर्वी ५. परमाणु पुद्गल अनानुपूर्वियां, ६. द्विप्रदेशिक अवक्तव्य आदि द्रव्यों के एकवचन, बहुवचन तथा असंयोगी, हैं।" द्विकसंयोगी तथा त्रिकसंयोगी भंग निर्दिष्ट हैं। वे कुल ७ , २६ होते हैं - एकवचनान्त भंग- बहुवचनान्त भंग .."नेगम-ववहाराणं आणव्विदव्वाइं आणुपुब्वि१. आनुपूर्वी १ ४. आनुपूर्वियां ३ दव्वेहि समोय रंति, नो अणाणुपुग्विदव्वेहि समोयरंति, २. अवक्तव्यक १ ५. अवक्तव्यक ३ नो अवत्तव्वयदव्वेहि समोयरंति । (अनु १२०) ३. अनानुपूर्वी १ ६. अनानुपवियां ३ नैगम और व्यवहारनय-सम्मत आनुपूर्वी द्रव्य आनुपूर्वी द्रव्यों में समवतरित होते हैं, वे अनानुपूर्वी द्विकसंयोगी भंग द्रव्यों में समवतरित नहीं होते, अवक्तव्य द्रव्यों में समवत७. आनुपूर्वी १ अनानुपूर्वी १ रित नहीं होते। ८. आनुपूर्वी १ अनानुपूर्वियां ३ ९. आनुपूर्वियां ३ अनानुपूर्वी १ । १२. अनुगम आनुपूर्वी के प्रकार १०. आनुपूर्वियां ३ अनानुपूर्वियां ३ अणुगमे नवविहे पण्णत्ते, तं जहा- . ११. आनुपूर्वी १ अवक्तव्यक १ संतपयपरूवणया दव्वपमाणं च खेत्त फुसणा य। १२. आनुपूर्वी १ अवक्तव्यक ३ कालो य अंतरं भाग भाव अप्पाबहुं चेव ॥ १३. आनुपूर्वियां ३ अवक्तव्यक १ (अनु १२१) १४. आनुपवियां ३ अवक्तव्यक ३ अनुगम आनुपूर्वी के नौ प्रकार१५. अनानुपूर्वी १ अवक्तव्यक १ १. सत्पदप्ररूपणा-द्रव्य के अस्तित्व और नास्तित्व १६. अनानुपूर्वी १ अवक्तव्यक ३ का विचार। १७. अनानुपूर्वी ३ अवक्तव्यक १ २. द्रव्यप्रमाण-विवक्षित पदार्थ की संख्या का १८. अनानुपूर्वी ३ अवक्तव्यक ३ निरूपण । त्रिकसंयोगी भंग ३. क्षेत्र-पदार्थ के आधारभूत क्षेत्र का निरूपण । १९. आनु. १ अना. १ अव. १ ४. स्पर्शना-पदार्थ द्वारा किये गये आकाश प्रदेशों के २०. आनु. १ अना. १ अव. ३ स्पर्शन का निरूपण । २१. आनु. १ अनां. ३ अव. १ २२. आनु. १ अना. ३ अव. ३ ५. काल-पदार्थ की कालावधि का निरूपण । २३. आनु. ३ अना. १ अव. १ ६. अन्तर-विरहकाल । २४. आनु. ३ अना. १ अव. ३ ७. भाग-विवक्षित पदार्थ शेष पदार्थों के कितने भाग २५. आनु. ३ अना. ३ अव १ __ में हैं, इसका निरूपण । २६. आनु. ३ अना. ३ अव. ३ ८. भाव-विवक्षित पदार्थ में औदयिक आदि भावों का १०. भंगोपदर्शन निरूपण। ९. अल्पबहत्व-द्रव्यों की परस्पर द्रव्यार्थ आदि की नेगम-ववहाराणं भंगोवदंसणया -१. तिपएसिए अपेक्षा से अल्पता और बहुलता का निरूपण । आणुपुव्वी २. परमाणुपोग्गले अणाणुपुव्वी ३. दुपएसिए अवत्तव्वए ४. तिपएसिया आणपुव्वीओ ५. परमाणु- १. सत्पदप्ररूपणा पोग्गला अणाणुपुव्वीओ ६. दुपएसिया अवत्तव्वयाई। . नेगम-ववहाराणं आणुपुव्विदव्वाइं कि अत्थि ? (अनु ११९) नत्थि ? नियमा अत्थि ।... (अनु १२२) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016048
Book TitleBhikshu Agam Visjay kosha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVimalprajna, Siddhpragna
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1996
Total Pages804
LanguageHindi
ClassificationDictionary, Dictionary, Agam, Canon, & agam_dictionary
File Size18 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy