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________________ ( 77 ) दण्डक और लेश्या - किसके कितनी लेश्या नारको में प्रथम तीन लेश्या । रत्नप्रभा नारकी में कापोत लेश्या । शर्कराप्रभा नारकी में कापोत लेश्या । बालूकाप्रभा नारकी में— कापोत-नील लेश्या । पंकप्रभा नारकी में नील लेश्या । नील - कृष्ण लेश्या । धूमप्रभा नारकी में - तमप्रभा नारकी में कृष्ण लेश्या । महातमप्रभा नारकी में कृष्ण लेश्या । तियंच में छओं लेश्या । एकेन्द्रिय में-- -- प्रथम चार लेश्या । पृथ्वीकाय में - प्रथम चार लेश्या । अप्काय में प्रथम चार लेश्या । वनस्पतिकाय में प्रथम चार लेश्या । तेऊकाय में प्रथम तीन लेश्या । वायुकाय में प्रथम तीन लेश्या । बेइन्द्रिय में प्रथम तीन लेश्या । तेइन्द्रिय में प्रथम तीन लेश्या । चतुरिन्द्रिय में - प्रथम तीन लेश्या । पंचेन्द्रिय तिर्यंच में ― छओं लेश्या । समुच्छिम पंचेन्द्रिय तिर्यच में -- प्रथम तीन लेश्या । गर्भज पंचेन्द्रिय तिर्यंच में छओं लेश्या । गर्भः पंचः स्त्री में― छओं लेश्या । मनुष्य में -- छओं लेश्या । मनुष्य पुरुष में छओं लेश्या । मनुष्य स्त्री में—छओं लेश्या । समुच्छिम मनुष्य में - प्रथम तीन लेश्या । में छत्र लेश्या । गर्मज मनुष्य कर्मभूमिज पुरुष में – छत्र लेश्या । कर्मभूमिज स्त्री में छओं लेश्या । भरत - ऐरावत क्षेत्र पुरुष में छओं लेश्या । भरत - ऐरावत क्षेत्र स्त्री में—छओं लेश्या । पूर्व - पश्चिम महाविवेह के पुः में - छओं लेश्या । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016038
Book TitleLeshya kosha Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year2001
Total Pages740
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size11 MB
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