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________________ लेश्या-कोश ३१३ कण्हलेस्सा णं भंते ! पुढविकाइया कइविहा पन्नत्ता, गोयमा ! दुविहा परत्ता, तं जहा-सुहुम पुढ विकाइया य बायरपुढविकाइया य । कण्हलेस्सा णं भंते ! सहुमपुढविकाइया कइविहा पन्नत्ता ? गोयमा ! एवं एएणं अभिलावेणं चउक्कभेदो जहेव ओहिउद्देसए, जाव वणस्सइकाइय त्ति। कण्हलेस्सअपज्जत्तसुहुमपुढविकाइया णं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ पन्नत्ताओ ? एवं चेव एएणं अभिलावेणं जहेव ओहिउद्देसए तहेव पन्नत्ताओ तहेव बंधंति, तहेव वेदेति । __ कइविहा णं भंते ! अणंतरोववन्नगा कण्हलेस्सा एगिदिया पन्नत्ता ? गोयमा ! पंचविहा अणंतरोववनगा कण्हलेस्सा एगिदिया, एवं एएणं अभिलावेणं तहेव दुयओ भेदो जाव वणस्लइकाइय त्ति । अणंतरोववन्नगा कण्हलेस्ससुहुमपुढविकाइयाणं भंते ! कइ कम्मपगडीओ पन्नत्ताओ? एवं एएणं अभिलावेणं जहा ओहिओ अणंतरोववनगाणं उद्देसओ तहेव जाव वेदेति ।। कविहा णं भंते ! परंपरोववन्नगा कण्हलेस्सा एगिदिया पन्नत्ता ? गोयमा ! पंचविहा परंपरोववनगा कण्हलेस्सा एगिदिया पन्नत्ता, तं जहा-पुढविकाइया, एवं एएणं अभिलावेणं तहेव चउकओ भेदो जाव वणस्सइकाइय त्ति ।। परंपरोववन्नगकण्हलेस्सअपज्जत्तसुहुमपुढविकाइयाणं भंते ! कइ कम्मप्पगडीओ पन्नत्ताओ? एवं एएणं अभिलावेणं जहेव ओहिओ परंपरोववन्नगउद्देसओ तहेव जाव वेदेति । एवं एएणं अभिलावेणं जहेव ओहिएगिंदियसए एक्कारस उद्देसगा भणिया तहेव कण्हलेस्ससए वि भाणियव्वा जाव अचरिमचरिमकण्हलेस्सा एगिंदिया । जहा कण्हलेस्सेहि भणियं एवं नीललेस्से हि वि सयं भाणियव्वं । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016038
Book TitleLeshya kosha Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year2001
Total Pages740
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size11 MB
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