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________________ लेश्या-कोश '६८ समय व संख्या की अपेक्षा सलेशी जीव की उत्पत्ति, मरण और ... अवस्थिति :६८.१ नरक पृथिवियों में : गमक १-इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए निरयावाससयसहस्सेसु संखेज्जवित्थडेसु नरएसु एगसमएणं xxx केवइया काऊलेस्सा उववजंति xx जहन्नेणं एको वा दो वा तिन्नि वा उक्कोसेणं संखेज्जा काऊलेस्सा उवज्जंति। गमक २-इमीसेणं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए निरयावाससयसहस्सेसु संखेजवित्थडेसु नरएसु एगसमएणं xxx केवइया काऊलेस्सा उववद्वृति xxx जहन्नेणं एक्को वा दो वा तिन्नि वा उक्कोसेणं संखेजा नेरक्या उववति, एवं जाव सन्नी, असन्नी न उववट्ठति । गमक ३-इमीसेणं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए निरयावाससयसहस्सेसु संखेज वित्थडेसु नरएमु xxx केवइया काऊलेस्सा पन्नत्ता ? xxx गोयमा ! xxx संखेज्जा काऊलेस्सा पन्नत्ता । इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए निरयावाससयसहस्सेसु असंखेजवित्थडेसु नरएसु xxx एवं जहेव संखेजवित्थडेसु तिन्नि गमगा तहा असंखेजवित्थडेसु तिन्नि गमगा। नवरं असंखेजा भाणियव्वा xxx नाणत्त लेस्सासु लेस्साओ जहा पढमसए। सक्करप्पभाए णं भंते ! पुढवीए केवइया निरयावास० पुच्छा ? गोयमा ! पणवीसं निरयावाससयसहस्सा पन्नत्ता, ते णं भंते ! कि संखजवित्थडा असंखेजवित्थडा ? एवं जहा रयणप्पभाए तहा सक्करप्पभाएवि, नवरं असन्नी तिसु वि गमएसु न भन्नइ, सेसं तं चेव। वालुयप्पभाए णं पुच्छा ? गोयमा! पन्नरस निरयावाससयसहस्सा पन्नत्ता, सेसं जहा सक्करप्पभाए नाणत्त लेस्सासु लेस्साओ जहा पढमसए । पंकप्पभाए गं पुच्छा ? गोयमा ! दस निरयावाससयसहस्सा पन्नत्ता, एवं जहा सकरप्पभाए नवरं ओहिनाणी ओहिदसणी य न उव्वदृति, सेसं तं चेव । ... धूमप्पभाए णं पुच्छा १ गोयमा ! तिन्नि निरयावाससयसहस्सा एवं जहा पंकप्पभाए। तमाए णं भंते ! पुढवीए केवइया निरयावास० पुच्छा ? गोयमा ! एगे पंचूणे निरयावाससयसहस्से पन्नत्त, सेसं जहा पंकप्पभाए। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016037
Book TitleLeshya kosha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year1966
Total Pages338
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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