SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 189
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ १४८ * ६१७ शुक्ललेशी जीव-दंडक और समपद : सुक्कलेस्सावि तहेव जेर्सि अत्थि, सव्वं तहेव जहा ओहियाणं गमओ, नवरं पम्हलेस्ससुक्कलेस्साओ पंचेंदियतिरिक्खजोणियमणुस्स वेमाणियाणं चेव न सेसाणं ति । लेश्या कोश -- पण्ण० प १७ । उ १ । सू ११ प० ४३७ जैसा औधिक दंडक के विषय में कहा- वैसा ही शुक्ललेशी दंडक के विषय में समझना परन्तु जिसके शुक्ल लेश्या होती है उसी के कहना । सम्मुच्चयगाथा सहसा भंते! नेरइया सव्वे समाहारगा ? ओहियाणं, सलेस्साणं, सुक्कलेस्सा, एएसि णं तिन्हं एक्को गमो, कण्हलेस्साणं नीललेस्साणं वि एक्को गमो नवरं वेयणाए मायिमिच्छादिट्ठीज्ववन्नगा य, अमायिसम्मदिट्ठीउववन्नगा य भाणियव्वा । मस्सा किरियासु सरागवीयरागपमत्तापमत्ता ण भाणियव्वा । काऊलेसाए वि एसेव गम । नवरं नेरइए जहा ओहिए दंडए तहा भाणियव्वा, तेऊलेस्सा, पम्हलेसा जस्स अथ जहा ओहिओ दंडओ तहा भाणियव्वा । नवरं मणुस्सा सरागा य वीयरागा य न भाणियव्वा । गाहा- दुक्खाउए उदिन्ने आहारे कम्मवन्न लेस्सा य । समवेयण - समकिरिया चेव बोधव्वा ॥ समाउए -भग० श १ | उ २ । प्र ६७ | पृ० ३६३ ६२ लेश्या तथा प्रथम- अप्रथम : सलेस्से णं भंते! ( पढमे - अपढमे ) पुच्छा ? गोयमा ! जहा आहारए, एवं पुहुत्ते वि, कण्हलेस्सा जाव सुक्कलेस्सा एवं चेव, नवरं जस्स जा लेस्सा अस्थि । अलेस्से णं जीवमणुस्ससिद्धे जहा नोसन्नी - नोअसन्नी । - भग० श १८ | उ १ । प्र० १० | पृ० ७६२ सलेशी जीव (एकवचन बहुवचन ) प्रथम नहीं, अप्रथम है। इसी तरह कृष्णलेशी यावत् शुक्ललेशी तक जानना । जिस जीव के जितनी लेश्याएँ हो उसी प्रकार कहना । अलेशी जीव ( जीव- मनुष्य-सिद्ध ) प्रथम है, अप्रथम नहीं है । Jain Education International - ६३ सलेशी जीव चरम - अचरम : सलेस्सो जाव सुक्कलेस्सो जहा आहारओ, नवरं जस्स जा अत्थि [ सव्वत्थ एगत्ते सिय चरिमे, सिय अचरिमे, पुहुत्तेणं चरिमा वि अचरिमा वि] अलेस्सो जहा For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016037
Book TitleLeshya kosha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year1966
Total Pages338
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy