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________________ 0 विषय .०६ ईशान स्वर्गदेव अथवा सौधर्म स्वर्गदेव भव में .०६.१ सौधर्म स्वर्ग के देव भव में (श्वे.) ०६.२ सौधर्म स्वर्ग के देव भव में (दिग०) '०७ पुष्यमित्रपरिव्राजक अथवा पुष्यमित्र ब्राह्मण भव में •०७० संसार भूमण •०८ सौधर्मकल्पदेव अथवा ईशानकरूपदेव भव में .०८क संसार भ्रमण •०६ अग्निद्योत परिव्राजक अथवा अग्निसह (अग्निशिख) ब्राह्मण भव में १. ईशान कल्पदेव-या सानत्कुमार देव भव में .१०क संसार भूमण .११ अग्निभूति पारिबाजक या अग्निमित्र प्राह्मण •११क संसार भूमण .१२ सनत्कुमार देव-या माहेन्द्र कल्पदेव भव में .१२क संसार भूमण •१३ भारद्वाज परिव्राजक भव में "१३क संसार भूमण .१४ माहेन्द्र कल्पदेव भव में .१४क संसार भूमण (श्वे०) .१४% बस-स्थावर योनि के असंख्यात भव (दिग०) '१५ स्थावर परिव्राजक भव में .१६ ब्रह्मलोक कल्पदेव अथवा माहेन्द्र कल्पदेव भव में .१६क संसार भूमण .१७ विश्वभूति क्षत्रिय के भव में .१८ महाशुक्र कल्पदेव भव में १६ त्रिपृष्ठ वासुदेव के भव में १९.१ त्रिपृष्ठ वासुदेव का ममयकाल .१९२ प्रथम दो चक्रवर्ती के बाद-त्रिपृष्ठ वासुदेव १९.३ त्रिपृष्ठ वासुदेव के माता-पिता के नाम १९०४ त्रिपृष्ठ वासुदेव का निदान-पूर्व भव का १९.५ त्रिपृष्ठ वासुदेव के प्रतिशत्रु ( 33 ) л ял о е Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016033
Book TitleVardhaman Jivan kosha Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year1984
Total Pages392
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size24 MB
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