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________________ पुद्गल-कोश ६०५ निव्वत्तणाकालस्स य कयरे-कयरेहितो जाव-विसेसाहिया वा? गोयमा ! सव्वत्थोवे कम्मगपोग्गलपरियट्टनिव्वत्तणाकाले,तेयापोग्गलपरियट्टनिवत्तणा काले अणंतगुणे, ओरालियपोग्गलपरियट्टनिव्वत्तणाकाले अणंतगुणे, आणापाणुपोग्गल परियटुनिव्वत्तणाकाले अणंतगुणे, मणपोग्गलपरिपट्टनिव्वत्तणाकाले अणंतगुणे। वइपोग्गलपरियट्टनिव्वत्तणाकाले अणंतगुणे। वेउम्वियपोग्गलपरियट्टनिव्वत्तणाकाले अणंतगुणे। -भग० श १२ । उ ४ । सू ९९ । पृ. ५६३ १-सबसे कम कार्मणपुद्गल परिवर्तनिर्वर्तन ( निष्पत्ति ) काल है। २-उससे तैजसपुद्गल परिवर्तनिवर्तनकाल अनंतगुणे हैं । ३-उससे औदारिकपुद्गल परिवर्तनिर्वननकाल अनंतगुणे हैं । ४-उससे आनप्राणपुद्गल परिवर्तनिर्वर्तनकाल अनंतगुणे हैं । ५-उससे मनपुद्गल परिवर्तनिर्वर्तनकाल अनंतगुणे हैं । ६--उससे वचनपुद्गल परिवर्तनिवर्तनकाल अनंतगुणे हैं । ७-उससे वैक्रियपुद्गल परिवर्तनिर्वर्तनकाल अनंतगुणे हैं । नोट-एक-एक पुद्गलपरिवर्तन के साथ उन-उन पुद्गलों का संबंध हैं । पुद्गल परिवर्त एएसि गं भंते ! ओरालियपोग्गलपरियट्टाणं जाव आणापाणुपोग्गल परियट्टाण य कयरे कयरेहितो जाव-विसेसाहिया वा? गोयमा ! सव्वत्थोवा घेउब्वियपोग्गलपरियट्टा, वइपोग्गलपरियट्टा अणंतगुणा, मणपोग्गलपरियट्टा अणंतगुणा, आणापाणु पोग्लपरियट्टा अणंतगुणा, ओरालिय पोगलपरियट्टा अणंतगुणा, तेयापोग्गलपरियट्टा अणंतगुणा, कम्मगपोग्गल परियट्टा अणतगुणा। -भग० श १२ । उ ४ । सू १.. । पृ० ५६३ सबसे न्यून वैक्रियपुद्गल परिवर्त है, उससे वचनपुद्गल परिवर्त अनंतगुणे हैं, उससे मनपुद्गल परिवर्त अनंतगुणे हैं, उससे आनपान ( श्वासोच्छवास ) पुद्गल परिवर्त अनंतगुणे हैं, उससे औदारिकपुद्गल परिवर्त अनंतगुणे हैं, उससे तैजसपुद्गल परिवर्त अनंतगुणे हैं तथा उससे कार्मणपुद्गल परिवतं अनंतगुणे हैं । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016030
Book TitlePudgal kosha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year1999
Total Pages790
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size12 MB
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