SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 441
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ पुद्गल - कोश ३४९ भाव परमाणु भी परमाणु पुद्गल है ; वह चार तरह का कहा गया है - वर्णबाला, गंधवाला, रसवाला और स्पर्शवाला है । द्रव्य के सबसे छोटे रूप को परमाणु कहा जाता है । - वर्णादि धर्म की विवक्षा सिवाय — एक है । क्योंकि यहां द्रव्य की ही विवक्षा है | परमाणु को द्रव्य परमाणु कहा जाता पुद्गल का एक सर्वं जघन्य रूप परमाणु है उसे द्रव्य परमाणु कहते हैं । आकाश का प्रदेश क्षेत्र का परमाणु है । समय — काल का परमाणु है । वर्णादि धर्म के प्राधानता की विवक्षा से पुद्गल परमाणु को भाव परमाणु कहा जाता है । द्रव्य परमाणु विवक्षा से चतुःस्वभाववाला होता है । शस्त्रादि के द्वारा लतादि का छेदन होता है उसका निषेध करने के लिए परमाणु पुद्गल को अच्छेद्य कहा है अर्थात् - ( १ ) शस्त्रादि के द्वारा परमाणु पुद्गल का छेदन नहीं होता है अतः परमाणु पुद्गल अच्छेद्य है ; (२) सूचि आदि के द्वारा अभेद्य है ; (३) सूक्ष्म होने के कारण परमाणु पुद्गल - अग्नि आदि के द्वारा अदाहय है तथा (४) हस्तादि के द्वारा परमाणु पुद्गल को ग्रहण नहीं किया जा सकता है अतः परमाणु पुद्गल अग्राहय है । परमाणु पुद्गल के समसंख्यावाले दो विभाग नहीं होते हैं अतः परमाणु पुद्गल अनर्घ है । विषम संख्यावाले अवयव नहीं होते हैं अतः परमाणु पुद्गल अमध्य है । निरवयव है अत: परमाणु पुद्गल अप्रदेशी है तथा परमाणु पुद्गल का विभाग न होने के कारण अविभागी है । ·४४ परमाणु पुद्गल और चार धातु ( क ) x x x धादूचदुक्कस्स कारणं जो दु । - पंच० गा ७८ अमृत टीका ततः पृथिव्यप्तेजोवायुरूपस्य धादुचतुष्कस्येक एव परमाणुः कारणं । (ख) धाउचउक्कस्स पुणो, जं हेऊ कारणंति तं णेयो । खंधाणं अवसाणं, णावव्यो Jain Education International कज्जपरमाणू ॥ - नियम ० अधि० २ । गा २५ जो चार धातु का कारण है वह कारण परमाणु कहलाता है तथा स्कंधों का अन्तिम भाग कार्य परमाणु है । For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016030
Book TitlePudgal kosha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year1999
Total Pages790
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy