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________________ पुद्गल-कोश २९७ होगा। अथवा एक परमाणु पुद्गल का विभाग, दूसरा तीन प्रदेशी स्कंध का विभाग और तीसरा चतुष्प्रदेशी स्कंध का विभाग होगा। अथवा एक चतुष्प्रदेशी स्कंध का विभाग और द्विप्रदेशी स्कंधों के दो विभाग होंगे। अथवा एक द्विप्रदेशी स्कंधों का विभाग और तीन प्रदेशी स्कध के दो विभाग होंगे। (३) यदि चार विभाग हों तो पांच प्रदेशी स्कंध का एक विभाग और दूसरा. तीसरा-चौथा विभाग एक-एक परमाणु पुद्गल का होगा। अथवा पहला-दूसरा विभाग एक-एक परमाणु पुद्गल का होगा, तीसरा विभाग द्विप्रदेशी स्कंध का और चौथा विभाग चतुष्प्रदेशी स्कंध का होगा अथवा एक-एक परमाणु पुद्गल के दो विभाग होंगे तथा तीन प्रदेशी स्कंधों के दो विभाग होंगे। अथवा एक परमाणु पुदगल का विभाग होगा, एक तीन प्रदेशी स्कंध का विभाग होगा तथा द्विप्रदेशी स्कधों के दो विभाग होंगे। अथवा द्विप्रदेशी स्कंधों के चार विभाग होंगे। (४) यदि पांच विभाग हों तो चतुष्प्रदेशी स्कंध का एक विभाग और दूसरातीसरा-चौथा-पांचवां विभाग एक-एक परमाणु पुद्गल का होगा। अथवा एक-एक परमाणु पुद्गल के तीन विभाग होंगे, एक द्विप्रदेशी स्कंध का विभाग तथा एक तीन प्रदेशी स्कंध का विभाग होगा। अथवा एक-एक परमाणु पुद्गल के दो विभाग होंगे तथा द्विप्रदेशी स्कंध के तीन विभाग होंगे। (५) यदि छह विभाग हों तो तीन प्रदेशी स्कंध का एक विभाग तथा दूसरा-तीसराचौथा-पांचवां-छट्ठा विभाग एक-एक परमाणु पुद्गल का होगा। अथवा एक-एक परमाणु पुद्गल के चार विभाग होंगे तथा द्विप्रदेशी स्कंधों के दो विभाग होंगे। (६) यदि सात विभाग हों तो द्विप्रदेशी स्कंध का एक विभाग और दूसरातीसरा-चौथा-पाँचमा-छट्ठा विभाग एक-एक परमाणु पुद्गल का होगा। (७) यदि आठ विभाग हों तो आउ परमाणु पुद्गल के आठ अलग-अलग विभाग होंगे। ८ नव परमाणु पुद्गलों का बंधन तथा भेदन ____नव भंते ! परमाणुपोग्गला० पुच्छा, गोयमा ! जाव नवविहा कज्जति, दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ अट्ठपएसिए खंधे भवइ, एवं एक्केक्कं संचा (रिए) रतेहिं जाव अहवा एगयओ चउप्पएसिए खंधे एगयओ पंचपएसिए खंधे भवइ, तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला एगयओ सत्तपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयो परमाणुपोग्गले एगयओ दुपएसिए खंधे एगयी छप्पएसिए खंधे भवइ एगयओ परमाणु Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016030
Book TitlePudgal kosha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year1999
Total Pages790
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size12 MB
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