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________________ ७६६ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष वीइक्वंत-वीरण वीइक्त वि [व्यतिक्रान्त] व्यतीत । जिसने वीमंस सक [ वि + मृश्, मीमांस् ] विचार उल्लंघन किया हो वह । करना, पर्यालोचन करना। वीइक्कम सक [व्यति + क्रम्] उल्लंघन | वीमंसय वि [विमर्शक] विचारकर्ता । करना। वीर पुं. भगवान् महावीर । छन्द-विशेष । वीइमिस्स वि [व्यतिमिश्र] मिश्रित । साहित्य-प्रसिद्ध एक रस । वि. पराक्रमी । वीइय वि [वीजित] जिसको हवा की गई हो | पुन. एक देव-विमान । न. वैताढ्य पर्वत की वह। उत्तर श्रेणी में स्थित एक विद्याधर-नगर । वीइवय अक [व्यति + व्रज् ] परिभ्रमण °कंत पुं. [°कान्त] एक देव-विमान । °कण्ह करना । गमन करना । सक. उल्लंघन करना। पुं [कृष्ण] राजा श्रेणिक का एक पुत्र । वीई स्त्री. देखो वीइ = वीचि । °कण्हा स्त्री [कृष्णा राजा श्रेणिक की एक वीई अ [विविच्य] पृथग् होकर । पत्नी । "कूड पुन ['कूट] एक देव-विमान । वीई अ [विचिन्त्य] चिन्तन करके । गत पुंन. एक देव-विमान। "जस पुं. वीईवय देखो वीइवय। ["यशस्] भ० महावीर के पास दीक्षा लेनेवाला वीचि देखो वीइ = वीचि । एक राजा । ज्झय पुंन [ध्वज] एक देववीचि स्त्री [दे] लघु रथ्या, छोटा मुहल्ला । विमान । धवल पुं. गुजरात का एक राजा । वीज देखो वीअ = वीजय । °निहाण न ["निधान] स्थान-विशेष । वीजण देखो वीअण। प्पभ न [प्रभ] एक देव-विमान । भद्द पुं वीजिय देखो वीइय। [°भद्र] भ० पार्श्वनाथ का एक गणधर । मई वीडग स्त्री [°मती] एक चोर-भगिनी। °लेस पुन [°लेश्य] एक देवविमान । “वण्ण पुन वीडय पुं [वीडक] लज्जा। [°वर्ण एक देव-विमान । °वरण न. प्रतिवीडिअ वि [वीडित] लज्जित । सुभट से युद्ध का स्वीकार । "वरणी स्त्री. वीडिआ स्त्री [वीटिका] सजाया हुआ पान । | प्रतिसुभट से प्रथम शस्त्र-प्रहार की देखो बीडी। याचना । °वलय न. वीरत्व-सूचक कड़ा। वीढ देखो पीढ। °विराली स्त्री [°बिराली] वल्ली-विशेष । वीण सक [वि + चारय] विचार करना। °सिंग पुंन ["शृङ्ग] । °सिट पुंन [°सृष्ट] °वीण देखो पीण। दोनों देव-विभान । °सेण पुं [°सेन] एक वीणण न [दे] प्रकट करना । विदित करना।। वीर यादव । 'सेणिय पुन [°सैनिक, वीणा स्त्री. वाद्य-विशेष । 'यरिणी स्त्री "श्रेणिक] । वित्त पुंन [°ावर्त] देवविमान[°करी] वीणा नियुक्त दासी । वायग वि विशेष । सण न ["ासन] नीचे पैर रखकर [°वादक] वीणा बजानेवाला । सिंहासन पर बैठने के जैसा अवस्थान । वीत देखो वीअ = वीत। °ासणिय वि [°Tसनिक] वीरासन से बैठने वीतिकंत, देखो वीइक्वंत । वाला। वीतिक्वंत वीरंगय पुं [वीराङ्गद] भ० महावीर के पास वीतिवय ) देखो वीइवय। दीक्षित एक राजा । एक राजकुमार । वीतीवय । | वीरण स्त्रीन. खस तृण, उशीर । वीडय देखो बीडग। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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