SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 676
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ६५७ माढी स्त्री [माठी] कवच, वर्म, बख्तर | माणक [मानय् ] सम्मान करना । अनुभव करना । माण पुंन [मान] अहंकार । माप, परिमाण । नापने का साधन, बाट- बटखरा आदि । प्रमाण । आदर । पुं. एक श्रेष्ठि- पुत्र । इंत, 'इत्त, इल्ल वि [वत् ] मानवाला । तुंग पुं [° तुङ्ग] एक प्राचीन जैन कवि । स्त्री [ती] मानवाली स्त्री । रावण की एक पत्नी । 'संघ न. एक विद्याधर नगर । वाइवि ['वादिन्] अहंकारी । वई माउलुंग देखो माहुलिंग । माण वि [मान] मान-सम्बन्धी | माण न [दे] दस सेर की नाप । मागंदिअ पुं [माकन्दिक] °त [पुत्र ] माणंस व [दे] मायावी । स्त्री. चन्द्र-वधूं । माणंसि देखो मणंसि । मान्दिकपुत्र जैन मुनि । मागसीसी स्त्री [मार्गशीर्षी] अगहन मास की पूर्णिमा । अगहन की अमावस्या | मागह } मागहय वि [ मागध, क] मगध देश में उत्पन्न, मगध देश का । पं. स्तुति पाठक, चारण । भासा स्त्री [भाषा ] देखो मागहिआ का पहला अर्थ | मागहिआ स्त्री [ मागधिका ] मगध देश की प्राकृत भाषा | कला - विशेष । छन्द-विशेष | माघवई माउक्क - माणिण माउक्क न [ मृदुत्व ] कोमलता । माउच्चा स्त्री माउ-च्छा । माउच्चा स्त्री [दे] सखी । उच्छवि [] मृदु, कोमल । संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष [ दे. मातृष्वसृ ] देखो माउत्त देखो माउक्क = मृदुत्व । माउल पुं [ मातुल] माँ का भाई, मामा । माउलिअ देखो मउलिअ । माउलिंग देखो माहुलिंग । } माउलिंगा | स्त्री [मातुलिङ्गा, 'ङ्गी] माउलिंगी बीजौरे का गाछ । स्त्री [माघवती ] सातवीं नरकभूमि । [ माघवा, वी] | माघवा माघवी माज्जार देखो मन्नार । माबि पुं [माम्बिक ] 'मडंब' का अधिपति । सीमा- प्रान्त का राजा । माडंबिय वि [ माडम्बिक ] चित्र-मंडप का Jain Education International अध्यक्ष । माडिअन [ दे] गृह | माढर पुं [माठर] सौधर्मेन्द्र के रथ- सैन्य का अधिपति । न. गोत्र - विशेष । शास्त्र - विशेष | माढर पुंस्त्री [माठर] माठर - गोत्र में उत्पन्न माढरी स्त्री [माठरी] वनस्पति- विशेष | माढ वि [ माठित] सन्नाह-युक्त, वर्मित । ८३ माणण न [मानन] आदर, सत्कार । मानना । अनुभव । सुख का अनुभव । माणय देखो माण= (दे) | माणव पुं [मानव] मनुष्य, मर्त्य । भगवान् महावीर का एक गण । माणवग माणवय पुं [ मानवक] अस्त्र-शस्त्रों की पूर्ति करनेवाली निधि | ज्योतिष्क महाग्रह | सौधर्म देवलोक का एक चैत्य-स्तम्भ | मानवी स्त्री [मानवी ] एक विद्या देवी । माणस न [ मानस ] सरोवर - विशेष । मन । वि. मन का । पुं. भूतानन्द के गन्धर्व - सैन्य का नायक । मासिअ वि [ मानसिक ] मन- सम्बन्धी | माणसिआ स्त्री [मानसिका ] एक विद्यादेवी । माणि वि [ मानिन्] मानवाला । पुं. रावण का एक सुभट । पर्वत विशेष । कूट- विशेष । मणिवि [. मानित] अनुभूत । माणिक्क न [माणिक्य ] रत्न - विशेष । माणिण देखो माणि । For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy