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________________ भी । ६३० संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष भिसी-भुअस्सइ भिसी स्त्री [बुषी] देखो भिसिआ। भुअ पुंस्त्री [भुज] हाथ । गणित-प्रसिद्ध रेखाभिसोल न [दे] नृत्य-विशेष । विशेष । परिसप्प पुंस्त्री [°परिसर्प] हाथ भिह । अक [भी] डरना। से चलनेवाला प्राणी, सर्पजाति । °मूल न. काँख । 'मोयग पुं [°मोचक] रत्न की एक भी स्त्री. भय । वि. डरनेवाला । जाति । सप्प पुं [°सपं] देखो °परिसप्प । भीअ वि [भीत] डरा हुआ। भीय वि | °ल वि [°वत्] बलवान् हाथवाला । [°भीत] अत्यन्त डरा हुआ। भुअअ देखो भुअग। भोइ स्त्री [भीति]भय । भुअइंद पुं [भुजगेन्द्र श्रेष्ठ सर्प । शेषनाग, भीड [दे] देखो भिड। वासुकि । °वुरेस पुं[°पुरेश] श्रीकृष्ण। भीतर [दे] देखो भित्तर। भुअईसर । पुं [भुजगेश्वर] ऊपर देखो। भीम वि [ भीम ] भयंकर । पुं. पाण्डव भुअएसर । "णअरणाह पुं [°नगरनाथ] श्रीकृष्ण । भीमसेन । राक्षस-निकाय का दक्षिण दिशा का इन्द्र । भारतवर्ष का भावी सातवाँ भुअंग पुं [भुजंग] साँप । विट, वेश्या-गामी । प्रतिवासुदेव । लंकापति, राक्षसवंश का उपपति । जुआड़ी। चोर । बदमाश, ठग । कित्ति स्त्री [°कृत्ति] कंचुक । °पआत राजा । सगर चक्रवर्ती का पुत्र । दमयंती का पिता। एक कुल-पुत्र। गुजरात का (अप)। °प्पजाय न [प्रयात] सर्प-गति । चालुक्य-वंशीय राजा भीमदेव । हस्तिनापुर छन्द-विशेष । °राअ पुं [°राज], "वइ पुं नगर का कूटग्राह राजपुरुष । °एव पुं [ देव] [°पति] शेषनाग । 'पिआअ (अप) देखो गुजरात का चालुक्य राजा। कुमार पुं. °प्पजाय। एक राज-पुत्र । 'प्पभ पुं [प्रभ] राक्षस-वंश | भुअंगम पुं [भुजंगम] सर्प । एक चोर । का राजा, लंका-पति । °रह पुं [प्रथ] | भुअंगिणी । स्त्री [भुजङ्गी] विद्या-विशेष । राजा, दमयंती का पिता । °सेण पुं [°सेन] | भुअंगी , नागिन । पाण्डव भीम । कुलकर पुरुष । °ावलि पुं. | भुअग पुं [भुजग] साँप । नाग-कुमार देवअंग-विद्या का जानकार पहला रुद्र पुरुष । जाति । वानव्यंतर, महोरग-जाति । रंडीबाज । °ासुर न. शास्त्र-विशेष । वि. विलासी। परिरिंगिअ न [°परिरिङ्गत] भीमासुरक्क न [भीमासुरोक्त, "रीय] एक छन्द-विशेष । °वई स्त्री [°वती] इन्द्राणी, जैनेतर प्राचीन शास्त्र । अतिकाय नामक महोरगेन्द्र की अग्र-महिषी । भीरु वि [भीरु] डरपोक । °वर पुं. द्वीप-विशेष । भीस सक [भीषय्] डराना । भुअग वि [भोजक] पूजक, सेवा कारक । भीसण वि [भीषण] भयंकर । भुअगा स्त्री [भुजगा] एक इन्द्राणी, अतिभीसय देखो भेसग। काय इन्द्र की अग्र-महिषी। भीसाव देखो भीस। भुअगोसर देखो भुअईसर। भीह अक [भी] डरना । भुअण देखो भुवण । भुअ देखो भुंज । भुअप्पइ , भुअ न [दे] भूर्ज-पत्र । रुक्ख पुं [°वृक्ष] | भुअप्फइ देखो बहस्सइ । भूर्जपत्र का पेड़ । °वत्त न [°पत्र] भोजपत्र । । भुअस्सइ) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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