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________________ ५८२ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष पिच्चिय-पिणिद्ध पिच्चिय वि [दे. पिच्चित] कूटी हुई छाल। । पिट्टि स्त्री [पृष्ठ] पीठ, शरीर के पीछे का पिच्छ सक [दृश् , प्र + ईक्ष] देखना । भाग । °ग वि. पीछे चलनेवाला । °चम्पा पिच्छ न. पंख का हिस्सा । मयूरपिच्छ । स्त्री. चम्पा नगरी के पास की एक नगरी । पाँख । पूंछ । °मंस न [°मांस] परोक्ष में अन्य के दोष का पिच्छण । न [प्रेक्षण] तमाशा । कीर्तन । मंसिय वि [°मांसिक पीछे निन्दा पिच्छणय । करनेवाला । °माइया स्त्री [°मातृका] एक पिच्छल वि. स्निग्ध, स्नेहयुक्त । मसृण ।। अनुत्तर-गामिनी स्त्री। पिच्छा स्त्री [प्रेक्षा] निरीक्षण । °भूमि स्त्री. पिट्ठी स्त्री [पैष्टी] आटा की बनी हुई मदिरा । रंग-मण्डप, रंगमंच । पिड पुं [पिट] वंश-पत्र आदि का बना हुआ पिच्छिल वि [पिच्छिल] स्नेह-युक्त, स्निग्ध । पात्र-विशेष । कब्जा, अधीनता । मसृण, चिकना। पिडग देखो पिडय = पिटक । पिच्छिली स्त्री [दे] लज्जा, शरम । पिडच्छा स्त्री [दे] सखी। पिच्छी स्त्री [दे] चूड़ा, चोटी। पिडय न [पिटक] वंशमय पात्र-विशेष । दो पिच्छी स्त्री [पिच्छिका] पीछी । चन्द्र और दो सूर्यों का समूह । पिच्छी स्त्री [पृथ्वी] धरती । बड़ी इलायची । | पिडय वि [दे] आविन्न । ''| पिडव सक [ अर्ज ] पैदा-उपार्जन करना । पुनर्नवा । कृष्ण जीरक । हिंगुपत्री। | पिडिआ स्त्री [पिटिका] वंश-मय भाजन । पिच्छोला स्त्री [दे] बीन बजाने की | छोटी मंजूषा, पेटी, पिटारी । जा कम्बिका। पिड्ड सक [पीडय] पीड़ना। पिज्ज सक [पा] पीना। पिड्ड अक [भ्रंश] नीचे गिरना । पिज्ज पुन [प्रेमन्] प्रेम । पिड्डइअ वि [दे] प्रशान्त । पिज्जा स्त्री [पेया] यवागू । पिढं अ [पृथक्] अलग। पिट्ट सक [पीडय] पीड़ा करना । पिढर पुन [पिठर] स्थाली । गृह-विशेष । पिट्ट अक [भ्रंश्] नीचे गिरना । पिट्ट सक [पिट्टय] पीटना, ताड़न करना । मुस्ता । मन्थान-दण्ड, मथनिया । पिट्ट न [दे] पेट। पिणद्ध सक [पि + नह., पिनि+धा ] पिट्टावणया स्त्री [पिट्टना] ताड़न कराना। ढकना । पहिनना । पहिराना । बाँधना । पिट्ठ न [पिष्ट] तण्डुल का आटा, चूर्ण । | पिणद्ध वि [पिनद्ध] पहना हुआ। बद्ध, पिटु न [पृष्ठ] पीठ, शरीर के पीछे का । यन्त्रित । पहनाया हुआ । हिस्सा । °करंडग न [°करण्डक] पृष्ठ-वंश, | पिणाइ पुं [पिनाकिन्] महादेव । पीठ की बड़ी हड्डी । 'चर वि. अनुयायी । पिणाई स्त्री [दे] आज्ञा, आदेश । पिट्ठ वि [स्पृष्ट] छुआ हुआ । न. स्पर्श । पिणाग पुंन [पिनाक] शिव-धनुष । महादेव पिट्ठ वि [पृष्ट] पूछा हुआ । न. प्रश्न । का शूलास्त्र । पिटुंत न [दे. पृष्ठान्त] गुदा । पिणाय देखो पिणाग। पिट्टखउरा स्त्री [दे] कलुष मदिरा। पिणाय पुं [दे] बलात्कार । पिट्टखउरिआ स्त्री [दे] मदिरा। | पिणिद्ध वि [ पिनद्ध, पिनिहित ] देखो पिट्टायय पुन [पिष्टातक] केसर आदि द्रव्य । पिणद्ध = पिनद्ध । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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