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पत्थिव-पाव संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
५३१ पत्थिव पुं [पार्थिव] राजा । वि. पृथिवी का | पदीव सक [प्र+दीपय] जलाना । प्रकाश विकार ।
करना। पत्थी स्त्री [दे. पात्री] पात्र, भाजन । पदीव देखो पईव + प्रदीप । पत्थीण न [दे] मोटा कपड़ा। वि. स्थूल । पदीविआ स्त्री [प्रदीपिका] छोटा दिया । पत्थय वि[प्रस्तुत] प्रकरण-प्राप्त, प्राकरणिक । पदुग्ग पुंन [प्रदुर्ग] कोट, किला । प्राप्त, लब्ध ।
पदुटु वि [प्रद्विष्ट, प्रदुष्ट ] विशेष द्वेष को पत्थुर देखो पत्थर = प्र+स्तु ।
प्राप्त । पत्थे = देखो पत्थ = प्र+अर्थय ।
पदुब्भेइय न [पदोद्भेदक] पद-विभाग और
शब्दार्थ मात्र का पारायण । पत्थोउ वि [प्रस्तोत] प्रस्ताव करनेवाला ।
पदूमिय वि [प्रदावित, प्रदून] अत्यन्त प्रवर्तक ।
पीड़ित । पथम (प) देखो पढम।
पदूस सक [प्र + द्विष् ] द्वेष करना। पदअ सक [गम्] जाना, गमन करना । पदसिअ वि [प्रदर्शित दिखलाया हुआ।
पदूसणया स्त्री [प्रद्वेषणा, प्रदूषणा] द्वेष,
मात्सर्य । पदक्खिण वि [प्रदक्षिण] जिसने दक्षिण की
पदेक्ख सक [प्र + दृश् ] प्रकर्ष से देखना। तरफ से लेकर मण्डलाकार भ्रमण किया हो
पदेस देखो पएस = प्रदेश । वह । न. दक्षिणावर्त भ्रमण । पदक्षिण सक [ प्रदक्षिणय ] प्रदक्षिणा
पदेस पुं [प्रद्वेष] द्वेष ।
पदेसिअ वि [प्रदेशित] प्ररूपित, प्रतिपादित । करना।
पदोस देखो पओस - दे, प्रद्वेष । पदण न [पदन] प्रतीति कराना।
पदोस देखो पओस = प्रदोष । पदण (शौ) न [पतन] गिरना ।
पद्द न [दे] ग्राम-स्थान । छोटा गाँव । पदम (शौ) देखो पउम ।
पद्द न [पद्य] श्लोक, वृत्त, काव्य । पदय देखो पयय = पतंग।
पद्देस देखो पदेस प्रद्वेष। पदरिसिय देखो पदंसि ।
पद्धइ स्त्री [पद्धति] रास्ता। पंक्ति, श्रेणी । पदहण न [प्रदहन] संताप, गरमी। पदाइ वि [प्रदायिन्] देनेवाला ।
परिपाटी । प्रक्रिया, प्रकरण । पदाण न [प्रदान] दान, वितरण ।
पद्धंस पुं [प्रध्वंस] ध्वंस, नाश । 'Tभाव पुं. पदादि (शौ) [पदाति] पैदल सैनिक । अभाव विशेष, वस्तु के नाश होने पर उसका पदायग वि [प्रदायक] देनेवाला ।
जो अभाव होता है वह। पदाव देखो पयाव।
पद्धर वि [दे] ऋजु, सीधा । शीघ्र । पदाहिण वि [प्रदक्षिण] प्रकृष्ट दक्षिण, प्रकर्ष , पद्धल वि [द] दोनों पावों में अप्रवृत्त । से दक्षिण दिशा में स्थित ।
पद्धार वि [दे] जिसका पूंछ कट गया हो पदिकिदि (शौ) देखो पडिकिदि ।
वह। पदित्त देखो पलित्त।
पधाइय देखो पधाविय। पदिस॰ स्त्री [प्रदिश् ] विदिशा, ईशान पधाण देखो पहाण । आदि ।
पधार देखो पहार = प्र+धारय । पदिस्सा देखो पदेक्ख ।
पधाव सक [ प्र+धात् ] दौड़ना, अधिक वेग
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