SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 462
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ थणिल्ल - थाणिज्ज थपिल्ल वि [ स्तनवत् ] स्तनवाला । गुल्ल पुं [ स्तनक] छोटा स्तन । देखो था । थत्तिअ न [दे] विश्राम | थद्ध देखो थड्ढ । संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष थन्न न [ स्तन्य ] स्तन का दूध । जिवि वि [जीविन् ] छोटा बच्चा । थप सक [स्थापय् ] रखना, थप्पी करना । न्यास करना । थब्भ अक [स्तभ्] अहंकार करना । थब्भर पुं [दे] अयोध्या के समीप का एक द्रह । थम वि [] विस्मृत । थय सक [स्थगय्] आच्छादन करना, आवृत करना । यवि [स्तृत ] व्याप्त, भरपूर । पुं [स्तव ] स्तुति, गुण-कीर्तन | थयण न [ स्तवन ] ऊपर देखो । थर पुं [दे] दही की तर । थरत्थ र थरथर अक [दें] थरथराना, काँपना । थरहर थरु पुं [ दे. त्सरु ] तलवार की मूठ । थरुगिण पुं [ थरुकिन] देश-विशेष । पुंस्त्री. उस देश का निवासी । थल न [स्थल ] भूमि, जगह, सुखी जमीन । ग्रास लेते समय खुले हुए मुँह की फाँक, खुले | हुए मुँह की खाली जगह । इल्ल वि ['वत् ] स्थल-युक्त | कुक्कुडियंड न [ कुक्कुटयण्ड ] कवल - प्रक्षेप के लिए खुला हुआ मुख । 'चार पुं. जमीन में चलना । 'नलिणी स्त्री [° नलिनी] जमीन में होनेवाला कमल का गाछ । 'य वि [ज] जमीन में उत्पन्न होनेवाला । यर वि [' चर] जमीन पर चलनेवाला । जमीन पर चलनेवाला पञ्चेन्द्रिय तियंच प्राणी | थलय पुं [दे] मण्डप, तृणादि - निर्मित गृह । Jain Education International थलहिगा थलहिया ४४३ स्त्री [दे] मृतक - स्मारक, शव को गाड़कर उस पर किया जाता एक प्रकार का चबूतरा । थली स्त्री [स्थली ] जल- शून्य भू-भाग । ऊँची जमीन । 'वोडय पुं [ घोटक] पशुविशेष | थल्लिया स्त्री [दे. स्थालिका ] छोटा थाल, भोजन करने का वरतन । [स्तु ] स्तुति करना । थव देखो थय = स्तव | वपुं [दे] पशु | थव पुं [ स्थपति] बढई । थवइय वि [स्तबकित ] स्तबकवाला | थवइल्ल वि [दे] जाँघ फैलाकर बैठा हुआ । थवक्क पुं [दें] थोक, समूह | थवण देखो थयण | वणिया स्त्री. [स्थापनिका ] न्यास, जमा रखी हुई वस्तु । थवय पुं[ स्तबक ] फूल आदि का गुच्छ । थविआ स्त्री. प्रसेविका, वीणा के अन्त में लगाया जाता छोटा काष्ठ- विशेष । for a [ स्थापित ] न्यस्त, निहित । थविर वि [ स्थविर ] वृद्ध | थवी [] देखो थविआ । fa [] विस्तीर्ण | थस यसल यह पुं [दें] निलय, आश्रयस्थान | था देखो ठा । थाइ वि [ स्थायिन् ] रहनेवाला । णी स्त्री [" नी] वर्ष वर्ष पर प्रसव करनेवाली घोड़ी । थागत्त न [ दे] जहाज के भीतर घुसा हुआ पानी । थाण देखो ठाण । थाणय न [स्थानक ] आलवाल, कियारी । थाय न [दे] चौकी, पहरा । पुं. चौकीदार । थाणिज्ज व [दे] सम्मानित | For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy