SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 419
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ४०० संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष णिरामगंध-णिरुज्जम णिरामगंध वि [निरामगन्ध] दूषण-रहित, णिरासव देखो [निराश्रव] आश्रव-रहित, निर्दोष चारित्रवाला। कर्म-बन्धन के कारणों से रहित । णिरामय वि [निरामय] रोग-रहित । -णिरासस देखो णिरासस । णिरामिस वि निरामिष] आसक्तिहीन णिराह वि [दे] निर्दय । निरीह, निरभिष्वङ्ग। णिरिअ वि [दे] बाकी रखा हुआ । णिराय वि [दे] ऋतु, सरल । प्रकट, खुला। णिरिइ देखो णिरइ। पुं. शत्रु । वि. लम्बा किया हुआ। प्रचुर, । णिरिंक वि [दे] नत । अधिक । णिरिंगी [दे] देखो णीरंगी। णिरायंक वि [निरातङ्ग] आतङ्क-रहित, णिरिधण वि [निरिन्धन] इन्धन-रहित । नीरोग। | णिरिक्ख सक [निर् + ईक्ष् देखना, अवलोकन णिरायर देखो णिरागर। करना। णिरायव वि [निरातप] आतप-रहित । णिरिग्घ सक [नि + ली] आश्लेष करना । णिरायार देखो णिरागार। ___ अक छिपना । णिरायास वि [निरायास] परिश्रम-रहित । णिरिण वि [निऋण] ऋण-मुक्त । णिरारंभ वि [निरारम्भ] आरम्भ-वजित ।। णिरिणास सक [गम्] गमन करना । णिरालंब वि [निरालम्ब] आलम्ब-रहित । णिरिणास सक [पिष] पीसना । णिरालंबण वि [निरालम्बन] आशंसा-रहित, णिरिणास अक [नश्] पलायन करना। संशय-रहित, प्रार्थना-रहित, इच्छा-रहित, भागना । अनुमान रहित । आलम्बन-रहित । णिरिणिज्ज सक [पिष्] पीसना । णिरालय वि [निरालय] स्थान-रहित, एकत्र णिरित्ति स्त्री [निरिति] एक रात्रि का नाम । स्थिति नहीं करनेवाला। णिरीह वि [निरीह] निष्काम । णिरालोय वि [निरालोक] प्रकाश-रहित । निश्चित । णिरावकखि वि [निरवकाङ्क्षिन् आकांक्षा-णिरुअ देखो णिरुज । रहित, निःस्पह । णिरुईकय [निरुईजीकृत] नीरोग किया गया । णिरावयक्ख वि [निरपेक्ष] अपेक्षा-रहित, णिरुंभ सक [नि+रुध] निरोध करना। निरीह । णिरुक्कंठ वि [निरुत्कण्ठ] उत्कण्ठा-रहित, णिरावरण वि [निरावरण] प्रतिबन्धक- निरुत्साह । रहित । नग्न । णिरुग्घ देखो णिरिग्घ। णिरावराह वि [निरपराध] अपराध-रहित । णिरुच्चार वि [निरुच्चार] उच्चार-पुरीणिराविक्ख । देखो णिरावयक्ख । षोत्सर्ग के लिए लोगों के निर्गमन से वजित । णिरावेक्ख । पाखाना जाने से जो रोका गया हो। णिरास वि [निराश] हताश । न. आशा का णिरुच्छव वि [निरुत्सव उत्सव-रहित । अभाव। णिरुच्छाह वि [निरुत्साह] उत्साह-हीन । णिरास वि [दे] क्रूर । णिरुज वि [निरुज] रोग-रहित । सिख णिरासंस वि [निराशंस] आकांक्षा-रहित । न [°शिख] एक प्रकार की तपश्चर्या । णिरासय वि [निराश्रय] निराधार । ' णिरुज्जम वि [निरुद्यम] उद्यम-रहित, Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy