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________________ कोसंबिया-कोहल्ली संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दो कोष २६३ भण्डारी । कोसंब पुं [कोशाम्र] फल-वृक्ष- नाम का एक तापस । पुंस्त्री. कौशिकविशेष । गंडिया स्त्री [गण्डिका] खड्ग- गोत्रीय । विशेष । कोसिया स्त्री [कोशिका] भारतवर्ष की एक कोसंबिया स्त्री [कौशाम्बिका] जनमुनिगण | नदी । इस नाम की एक विद्याधर राजकन्या। की एक शाखा। चमड़े का जूता । देखो कोसी। कोसंबी स्त्री कौशाम्बी] वत्स देश की मुख्य- कोसियार पुं [कोशिकार] रेशम का कीड़ा । नगरी। न. रेशमी वस्त्र । कोसग पुं [कोशक] साधुओं का एक चर्ममय | कोसी स्त्री [कोशी] छीमी, फली। तलवार उपकरण, चमड़े की एक प्रकार की थैली ।। को म्यान । देखो कोसिया। गोलाकार एक कोसट्टइरिआ स्त्री[दे] चण्डी, पार्वती । वस्तु । कोसय न [दे. कोशक] छोटा पान-पात्र ।। कोसुम्भ वि[कौसुम्भ] कुसुम्भ-सम्बन्धी (रंग)। कोसल न [कौशल] निपुणता, चातुरी।। कोसुंम वि [कौसुम] फूल-सम्बन्धी, फूल का कोसल न [दे] नीवी। बना हुआ। कोसल । [कोसल, °क] देश-विशेष । | कोसुम्ह देखो कुसुंभ । कोसलग एक जैन महर्षि । कोसल देश का कोसेअ । न [कौशेय] रेशमी वस्त्र । तसर राजा । वि. कोशल देश में उत्पन्न । °पुर न. | कोसेज का बना हुआ वस्त्र । अयोध्या नगरी। कोह पुं [क्रोध] गुस्सा । मुंड वि. क्रोधरहित । कोसला स्त्री. अयोध्या-नगरी । कोसल-देश । कोह पुं [कोथ] शीर्णता । कोसलिअ न [दे. कोशलिक] उपहार ।। कोह पुं [दे. कोथ] कोथली, थैला । कोसलिआ स्त्री[दे. कौशलिका] ऊपर देखो। कोह वि [क्रोधवत्] क्रोध-युक्त । कोसल्ल न [कौशल्य] निपुणता । कोहंगक पुं [कोभङ्गक] पक्षि-विशेष । कोसल्ल न [दे] भेट । कोहंझाण न [क्रोधध्यान] क्रोध-युक्त चिन्तन । कोसल्लया स्त्री [कौशल्य] चतुराई। कोहंड न [कूष्माण्ड] कुष्माण्डी-फल । न. कोसल्ला स्त्री [कौशल्या] दाशरथि राम की देव-विमान-विशेष । पुं. व्यन्तरश्रेणीय देवमाता। जाति-विशेष । कोसल्लिअ न [दे. कौशलिक] भेंट। कोहंडी स्त्री [कूष्माण्डी] कोहँड़े का गाछ । कोसा स्त्री [कोशा] इस नाम की एक प्रसिद्ध | कोहण वि [क्रोधन] क्रोधी । पुं. इस नाम का वेश्या । रावण का एक सुभट । कोसिण वि [कोष्ण] थोड़ा गरम । कोहल देखो कुऊहल। कोसिय न [कौशिक] मनुष्य का गोत्र-विशेष । | कोहलिअ वि [कुतूहलिन्] कुतूहली, कुतूहलबीसवें नक्षत्र का गोत्र । पुं. उल्लू । चण्ड- | प्रेमी । कोशिक-नामक दृष्टि-विष सर्प जिसको भगवान् | कोहलिआ स्त्री [कूष्माण्डिका] कोहँड़ा का श्रीमहावीर ने प्रबोधित किया था। वृक्ष- गाछ । विशेष । इन्द्र । नकुल । खजानची, अनुराग। कोहली देखो कोहंडी। इस नाम का एक राजा। इस नाम का एक | कोहल्ल देखो कोहल । असुर । सपेरा । मज्जा। शृंगाररस । इस । कोहल्ली स्त्री [दे] तवा । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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