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________________ सुसुमारिया] (१०८ ) [सोश्रामय सम०६७ A king of Amal Kalpa city सुसुमारिया. स्त्री० (सुपुमारिका) मे initiated by Lord Mahavirat. सरनु वात्र, वाद्य विशेष. A kind | ठा०८राय 3 of musical instrument. राय०४६; सेअंस. पु. ( श्रेयांस ) याथा वासुदे॒व तथा सुहीरीमण, त्रि० (सुह्रीमनस्) सत्यन्त बना पूर्व मना धर्म गु३. चतुर्थ MarMY; पण शरमाण अत्यंत लज्जालु; वासुदेव तथा वलदेव के पूर्व जन्म के धर्म अतिशय शरमिंदा. Basheful; Asha- गुरु. Name of a religious precepmed. सूय० १, ४, २, १७; tor of the fourth Vasudeo and सूत्र. त्रि० (सूत ) -म २॥प्यो ।यते. Baldeo in the previous birth. प्रसूत; जिसने जन्म दिया हो वह, One सम० १५३; that gave birth. सूय० १,३,२,११, सेप्रणवह. पुं० (सेचनपथ) ५. नीक. A सूरवर. पु. (शूरवर) (१) अनामने मे gutter; A drain. अाया०२, १०,२, ही५. एक द्वीप. An Island. (२) सेवा. स्त्री० (श्वेतता) स३६५. सफेदपन, से नामना मे समुद्र, एक समुद्र. A ___Whiteness. सू० प० १, १; sea. सू०प० १६; सेज्जंस, पु. (श्रेयांस) महावीर प्रभुना पिता; सूरियावत्त.पुं० (सूर्यावर्त) मे३ पर्वत. मेरु पर्वत. सिद्धार्थ AM. भगवान महावीर का पिता; The Meru mountain. सू०प०५; राजा सिद्धार्थ. The father of Lord यावरण. पु. ( सूर्यावरण ) मे३ ५क्त, Mahavira. श्राया० २, १५, ३; मेरु पर्वत, The Merlu mountain. | सेत्तार. त्रि० (सेक्तृ) सियन ५२न॥२. सेचक; सू०प०५ सिंचन करने वाला. One who sprinkसलिका, स्त्री० (शूलिका) शूली; शूली-जिस पर ___les. कप्प० ८६; वध्य को चढ़ाया जाता है. Gallows. | सेल्लग, पु. (शैल्यक ) भुपरिसपना में पण्ह० १, १; जति: मेतु, भुजपरिसर्प की एक जाति; सूसरपरिवादिणी. स्त्री० (सुस्वरपरिवादिनी) | जन्तु-विशेष. A kind of serpent. मे सरनी पी. एक तरह की वीणा, __ पह. १, १; A kind of lute. पण्ह० २,५; सेवण, न० ( सेवन) सेवा. सेवा. The act सेअ. त्रि. (एष्यत्) भी; भविष्य. of serving. उत्त० ३५, ३; __ अागामी; भविष्य. Future. भग० ५. सेवालोदाइ, पु० (शेवालोदायिन् ) महावीर ४; ठा० १० प्रभुना समयना से नेतर ५३५. भगवान् सेत्र. पुं० (सेय) अधम भनुष्य गति. महावीर के समय का एक अजैन पुरुष, A एक अधम मनुष्य जाति. A Mean non-Jain at the time of Lord human race. To 9; Mahavira. भग० ७, १०; सेप. पु. (श्वेत) आभसा नगरीना सेहंब. त्रि. ( सेधाम्ल) में प्रा२नु माध. शनणे महापीर स्वामी पासेहीक्षा खाद्य-विशेष. A kind of eatable. सीधा ती. अामलकल्पा नगरी का राजा । पण्ह० २,५, जिसने महावीर प्रभु के पास दीक्षा ली थी. | सोश्रामय. त्रि० (श्रोत्रमय) श्रोत्रन्द्रिय था Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016017
Book TitleArdhamagadhi kosha Part 5
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatnachandra Maharaj
PublisherMotilal Banarasidas
Publication Year1988
Total Pages897
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi, Gujarati, English
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size22 MB
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