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________________ उदय ३८४ ६. कर्म प्रकृतियोंकी उदय व उदयस्थान प्ररूपणाएं मार्गणा गुण । व्युच्छिन्न प्रकृतियाँ अनुदय पुन उदय । उदय अनुदय पुन | कुल , | स्थान । योग्य | उदय उदय | च्छित्ति | २ | १२ अचक्षु दर्शन | उदय योग्य --तीर्थकर बिना सर्व १२२-१-१२१ मलोधवत अवधि दर्शन सर्व विकल्प अवधिज्ञानवत केवल दर्शन सर्व विकल्प केवलज्ञानवत १०. लेश्या मार्गणा--(गो क जी. प्र ६२५/४७०-४७४) कृष्ण लेश्या । -- | उदय योग्य --तीर्थङ्कर, आहा , द्वि., इन ३ के बिना सर्व १२२-३-११६ मिथ्यात्व, आसप, सूक्ष्म, साधारण, मिश्र. सम्य.-२) ११६ अपर्याप्त, नारकानुपूर्वी -६ अनन्तानुबन्धी चतु., १-४ इन्द्रिय, स्थावर, देवत्रिक, तिर्यगानुपूर्वी, -१३ नोट-अशुभ लेश्यावाले भवन त्रिक में भी न उपजे मिश्र मोह - मनुष्यानुपू.-१ मिश्र -१ मनुष्यानु, अप्रत्या. चतु. नरकगति व आयु., २ वैक्रि. द्वि मनुष्यानुपूर्वी, दुर्भग, सम्य, -२ अनादेय, अयश नील लेश्या सर्व विकल्प कृष्ण लेश्यावत कापोत लेश्या उदय योग्य,-कृष्णव -११६ मिथ्यात्व, आतप, सूक्ष्म साधारण, | सम्य, मिश्र-२| अपर्याप्त अनन्ता. चतु.,१-४ इन्द्रिय, स्थावर, नारकानु.-१ देवत्रिक -१२ मिश्र, -१ | मनु तिर्य. | मिश्र.-१ आनु -२ अप्रत्या चतु, नरक त्रिक, वैकि, द्वि., मनु तिर्य, मनु. तिर्य , आनु., दुर्भग, अनादेय, नारक-आनु, -१४ । सम्य =४ पीत व पद्मलेश्या - उदय योग्य --आतप, १-४ इन्द्रिय, स्थावर, सूक्ष्म, अपर्याप्त, साधारण, नरक त्रिक, तिर्यगानुपूर्वी, तीर्थकर इन १४ के बिना सर्व १२२-१४- १०८ मिथ्यात्व =१ सम्य , मिश्र, आ। द्वि.,मनु आनु=५ | अनन्तानुबन्धी चतु., मिश्र. .-३ | देवानुपूर्वी-१ | मिश्र.-१ | नरक त्रिक व तिर्य, आनु. इन ४ के | सम्य., मनु | बिना मूलोधवत् तिर्य आनु.-३' - मुलोघवत् शुक्ल लेश्या उदय योग्य .-आतप, १-४ इन्द्रिय, स्थावर, अपर्याप्त, साधारण, नारक त्रिक, तिर्य, आन. इन १३ के बिना सर्व १२२-१३-१०६ १ मिथ्यात्व ___=१ | सम्य, मिश्र , | १०६ ६ आ.द्वि., तीर्थ, | मनु. आनु.= ६ पीत पद्मावत मलोधवत ११. भव्यत्व मार्गणा-(गो क./जी. प्र. ३२८/४७४) भव्य सर्व विकल्प मूलोधवद अभव्य उदययोग्य-सम्य०, मिश्र, आ. द्वि., तीर्थ, इन 4 के बिना सर्व १२२ -३ - ११७ - मूलोघवत् अन्य गुणस्थान सम्भव नहीं अयश ००० २० २-४ - - जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016008
Book TitleJainendra Siddhanta kosha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendra Varni
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year2003
Total Pages506
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size18 MB
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