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________________ मार्गणा मार्गणा पंचें सा.प. योनिमति पंच, तिल, अप ३. मनुष्य गति : "मनु. सा. प. व मनुष्यणी मनुष्य ल. अप. मनु. सा. प. व मनुव्यणी मनुष्य सामान्य मनुष्य पर्याप्त मनुष्यती उपशमक: मनुष्य पर्याप्त मनुष्यी क्षपक: मनुष्य पर्या मनुष्यती गुण स्थान मनुष्य ल, अप. ५ ५ १ १ २. m 20 ३ ४ ५-७ प्रमाण जघन्य १३ सू | सू ८-११ ४६ | ४६ | ५२ ८-१२ ८-१२ मनुष्य व मनुष्यणी १३ १४ ५-७६७ ७८ ६१ समय ५७ ६० ६४ ६० १ समय ५-७ ६७ ६७: ७० ་ ७० Me ७४ ७४ | ७७ ७४ : ८३ :: : :: १ समय 3 11 १ समय नाना जीवापेक्षा अपेक्षा निरन्तर E :: निरन्तर ... निरन्तर ओपनव : 11 अवबद प्रमाण १/३ सू सू શ निरन्तर $૪/ ६७ 99 उपशमकवत ओयवध ८-१२ वत् निरन्तर ४६ ४६ ५२ ६१ x ६७ {૭| ७१ ७१ ७६ १० पश्य / असं ८०६ ५१ प/असं ६२ S P ७५ ७५) ६ ७७ ७५ उत्कृष्ट .... :: ⠀ 444 पृ. 99 ६ मास वर्ष पृ. ... ई मास प्रमाण १/२ सू / सू पृ. ५० | 이 ५६/ ल V ६८ ७२ ७२ ७६ ७६ ७७ ७६ ६ ८३ जघन्य अन्तर्मुहूर्त क्षुद्र भव अन्तर्मुहूर्त पक्ष्य / असं. अन्तर्मुहूर्त " 55 एक जीवापेक्षा अपेक्षा ओषमय निरन्तर गति परिवर्तन (मनु से ति.) 11 ओपनय : ... :: :: 2: निरन्तर प्रमाण १/२ ५१ ५१ ८१ १० ५६ ६३ | ६३ m_m_ ७३/ ७३. ७७ उत्कृष्ट ३. पक्य + ६६पू. को. + १६५. को. १० असं. पु. परि ३पल्य-हमास + ४६ दिन + २ अन्तर्मु ३+४० को उपरोक्त ३ पल्य - ८ वर्ष + ४. को. ,,,,+२४५.को. + पू. को. +२४ पू. को. """+q. #7. ABIB : ... अपेक्षा सासादनवत् 31 निरन्तर अविवक्षित गतियों में भ्रमण भोगमों में भ्रमण मनु. गति में भ्रमण तथा गुण स्थान परिवर्तन "" " ओघवत् निरन्तर
SR No.016008
Book TitleJainendra Siddhanta kosha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendra Varni
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year2003
Total Pages506
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size18 MB
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