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________________ विशेषनाम्नामकारादिक्रमः नाम पत्रम् नाम किम् ? पत्रम् पभव+सरि [निर्ग्रन्थ-स्थविरः] ९७,९८, नंद नाम किम् ? नेमिचन्द्र [निग्रन्थ-गणी, टीकाप्रशस्तौ] ३७० नेमिचन्द्रसूरि [निग्रन्थ-आचार्यः, १, प्रस्तुतमूलग्रन्थकारः] ३६८-७० पत्रम् [मणिकारः] २६२,२६४ [नगरम् ] १०९ [श्रेष्ठिपुत्रः] १०४-९ [उद्यानम् ] ३०७,३१६, ३४१.३४३ [वापी] २६४ [निम्रन्थ-मुनिः] ७६ नंदण गंदणवण ८६,८७ ९,११५ पइट्ठाण पउम परासर [ऋषिः] पल्हाअ-य [राजा] पसेणइ+य पसमचंद [राजा, निर्ग्रन्थ मुनिः ] [नगरम्] १०५,२२३ [राजपुत्रो राजा रामचन्द्रः] ३२५-२६ नंदा नंदिवरण मंदिसेण १६५-६६ २७० १.९ २०. नंदिसेण [राजपुत्रः] ३३३ नंदीसर द्विीपः] २८०-८१,३५९ नाग [श्रेष्ठी] नागकुमार [देवः] १८२ नागदत्त [राजपुत्रः] नागश्री [ब्राह्मणपत्नी] ४३.४६ नागसिरी ४३,१४,५६ पहाकर [ब्राह्मणः] १७९ १७८ पहाकर [पुरोहितपुत्रः] पहास [तीर्थम् ] पहासरि [निर्ग्रन्थ-आचार्यः] १०७ पंचनदी [श्रेष्ठी] २६,२७,१८८ नाणगन्म [निर्ग्रन्थ-आचार्यः] १.८ [अमात्यः ] २०१-२ नारअ-द-य[निग्रन्ध-मुनिः] १६.५९, ७२-७४,७६ पंचाल [देशः] ३२९ पंडिया [धात्री १४३,१४५-४६ [राजा] १६,३१८,३२० पंडुमहुरा [नगरी] १६,३१८-१९ पंडुसेण [राजपुत्रः] १६ पाडलय [मालाकारः] २९९,३.. पाटलिपुत्त [नगरम् ] ६१,१२४,१४५, २०२,२०,२०८, २९९,३००,३०४, elili lii IT पउम [देशः] पउमकेसर [राजपुत्रः] पउमगुम्म [विमानम्] ७५ पउमनाह [राजा] [तीर्थकरः] ११० पउमप्पह ३२३ पउमरह [राजा] २८०,२८२ पउमसर [सरः] १०८ पउमसेहर [राजपुत्रः] ३२४ पउमावई [नगरी] [राजपुत्री] , [राज्ञी] २७७,२९३,३४३, ३५४,३५६-५७ पउमिणी [मालाकारपत्नी] ११४ पउमुत्तर [नगरम् ] १३७ " [राजा] १०९-१२, १६८-६९ [राजपुत्रः] [राजा] १. पएसि ३२६ पङ्कजमुख । [श्रेष्ठिपुत्रः] १३१,१३३ पजास्य, पर्वतपुर [नगरम्] पज्जुन [राजपुत्रः] ७५-८०,३११ पजोय [राजा] पत्तदेवया [देवी] १०६ पन [राजपुत्रो राजा- ३२२ रामचन्द्रः] २४,३२६ पद्मोत्तर [राजपुत्रो राजा] १०४,१०८,११३ पनत्ती [विद्या] ६८,७८-८०, २४०,२८. नारायण [कृष्ण-वासुदेवः] ७९ निउण [निग्रंन्य-आचार्यः] १४६ निकरुण [सारथिः] निग्षिणसम्म ।[ब्राह्मणः] सुड निम्ममत्त [तीर्थकरः] मिलवेअ [विद्याधरपुत्रः] ८६,८७,८९ अनिलवेग । निम्बुड [देवी] ४७,४८ निसढ [राजपुत्रः] [सुभटः] निसीह [जैनागमः] १२५ नपुरपण्डिता [श्रेष्टिपुत्री) १३५.१८८,१९१ नेपाल [देशः] १८३ नेमि+चंद, [तीर्थकरः] ८०,२४०,२६८ +माह ३१२-१४,३१५, ३१९-२१,३५३- पार्थ २४. पारासर [प्रामणः] २६८ [तीर्थकरः] ३५१-५२ पार्श्वदेव [निम्रन्थ-गणी, टीकाप्रशस्ती] ३७० *पास पास [तीर्थकरः] ३५१ पास+कुमार, १.५-८,१२०, जिण, नाह १३५, १८२,२२२, ३२३,३२६,३५१ ५२,३६७ पिप्पलाअ [ऋषिपुत्रः] २१६ पियदंसण [राजा] २४९ पियदसणा [राज्ञी] २.८ पियमइ [राजकुमारी] २४९-५०,२५३ पियंकर [श्रष्ठिपुत्रमित्रम् ] २६ पियंकरा [दासी] २५-२७,१९७,२३. ४८ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016006
Book TitleAkhyanakmanikosha
Original Sutra AuthorNemichandrasuri
AuthorPunyavijay, Dalsukh Malvania, Vasudev S Agarwal
PublisherPrakrit Text Society Ahmedabad
Publication Year2005
Total Pages504
LanguagePrakrit, Sanskrit
ClassificationDictionary & Story
File Size13 MB
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