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________________ विश्व - ज्योति वर्द्धमान महावीर के समग्र जीवनोपदेश का सार है- आचार में अहिंसा और विचार में अनेकान्तवाद । अहिंसा (याने अद्रोह-अवैर - अभय ) द्वारा विश्व शान्ति और अनेकान्त ( याने समभाव - समन्वय सह-अस्तित्व ) द्वारा विश्वमैत्री स्थापित करना यही है उनकी जीवन- प्रेरणा । वर्द्धमान महावीर ने आचार-विचार-प्रचार में अहिंसा और अनेकान्त को महत्त्वपूर्ण स्थान देकर अहिंसामूलक समन्वय संस्कृति के विकास में मौलिक योगदान दिया है। ऐसे समन्वयमूर्ति भगवान महावीर की २५वीं निर्वाण शताब्दी की पुण्य स्मृति में उनके विश्व कल्याणकर उदात्त सिद्धान्तों को बहुदेशी, बहुधर्मी समस्त मानव जाति में प्रचार-प्रसार करनायह है नैतिक कर्तव्य उन सबका जो अहिंसा और अनेकान्त में विश्वास रखते हैं । फिर वे या अन्यदेशीय किसी भी धर्म या संप्रदाय के भारतीय क्यों न हों ? नवयुग की यह माँग भी है । इस माँग की पूर्ति के लिये अगर कोई तटस्थ एवं प्रतिष्ठित संस्था, समन्वयमूर्ति वर्द्धमान महावीर के अहिंसामूलक समन्वय-सिद्धांत को विश्वभर में (सब देशों में और सब धर्म-समाजों में ) प्रचारित-प्रसारित करने के लिए तैयार हो जाय और 'महावीर - मिशन' के महत्कार्य को उठाये तो वह युगानुरूप और सार्थक सिद्ध होगा । कोई भी स्त्री-पुरुष अपने अपने धर्माम्नाय में रहते हुए, बिना किसी सम्प्रदाय, धर्म, जाति, देश-प्रदेश, रंग-वर्ण के Jain Education International 100886+MBLOO महावीर - मिशन ( युगानुरूप एक अभिनव योजना ) शान्तिलाल वनमाली सेठ भेदभाव के समानाधिकार से इस महावीर - मिशन के सदस्य बन सकेंगे। प्रत्येक सदस्य अपने-अपने राष्ट्र, समाज एवं धर्म की एकता एवं अखण्डता के लिए प्रयत्नशील रहते हुए भी विश्वशान्ति तथा विश्वमैत्री के लिए इस महावीर - मिशन को अपनी सेवा समर्पित कर सकेगा । महावीर - मिशन में तीन प्रकार के सदस्य रहेंगे । १. बौद्धिक सदस्य - जो बौद्धिक सहयोग द्वारा मिशन की सेवा करेंगे । आजीवन सदस्य आजीवन सेवा देने वाले । संरक्षक सदस्य - १० वर्ष की सेवा देने वाले 1 हितैषी - सदस्य - ५ वर्ष की सेवा देने वाले । सामान्य - सदस्य - १ वर्ष की सेवा देने वाले । २. आर्थिक - सदस्य --- जो अर्थ सहायता द्वारा सेवा करेंगे । For Private & Personal Use Only रु० देने वाले । २५० रु० देने वाले । आजीवन सदस्य – एक मुश्त २५००० रु० देने वाले । संरक्षक - सदस्य - वार्षिक २५०० हितैषी - लदस्य - - वार्षिक सामान्य सदस्य – वार्षिक ३. सेवक सदस्य – जो महावीर - मिशन की योजना को मूर्त स्वरूप देने के लिये अपने जीवन की ही सेवा समर्पित करेंगे । २५ रु० देने वाले । सेवक - सदस्य की आजीविका का आर्थिक आदि भार www.jainelibrary.org
SR No.012073
Book TitleShantilal Vanmali Sheth Amrut Mahotsav Smarika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDalsukh Malvania
PublisherSohanlal Jain Vidya Prasarak Samiti
Publication Year
Total Pages148
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth
File Size22 MB
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