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________________ ठाणा । दिनांक 20.03.2004 प्रातः 10 बजे रथयात्रा का बैंड बाजों के साथ सामैया श्री राजस्थान श्वेताम्बर जैन मूर्तिपूजक संघ के श्री मुनिसुव्रत स्वामी मन्दिर से शुरू होकर विभिन्न बाजारों में से निकाला गया। सबसे आगे बैंड, उस के बाद श्री भुवनभानु सूरि के आज्ञानुवर्ती मुनिराज श्री विश्वानंद विजय जी ठाणा साथ-साथ चल रहे थे, मुनिराजों के साथ सकल श्रीसंघ था। अत्यंत उल्लासित भावों से झूमते-नाचते गाते हुए भाई-बहनों ने अपने प्रिय गुरु वल्लभ का गुणगान किया। सागर गच्छ की साध्वी प्रियधर्मा श्री जी आदि ठाणा ने भी गुरुवर का वन्दन-अभिनन्दन किया। रात्रि 9:30 बजे भावना कीर्तन प्रारम्भ हुआ। भायखला भक्त मण्डल के सदस्य तथा श्राविकाओं ने अपने मधुर कंठ से सुमधुर भजनों द्वारा समां बाँध दिया, रात्रि 11 बजे आरती उतारी गई। अगले दिन नालासर, भायन्दर होते हुए रथयात्रा महावीर विद्यालय अंधेरी पहुंची, जहां ट्रस्टीगण ने गर्मजोशी से रथयात्रा का स्वागत किया, गुरु प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया, पुष्पवृष्टि की गई तथा रथ की प्रदक्षिणाएं लेकर गुरुवर को श्रद्धासुमन प्रस्तुत किए। लुधियाना जागरण वल्लभ रथयात्रा' का लुधियाना से प्रयाण अमराव के स्थानीय संपादक व चीफ जनरल मैनेजर निशिकान्त ताक जनजागरण रथयात्रा में झूम के नाच श्राद्ध शोभायात्रा में सकड़ों ने भाग लिया। मुजारमाबाईला कोरलासी कमल tad गीत पराजयो-यते एक रोमन Lp माया मायाको रथयात्रा जयपुर पहा ANभावारी समककार विजय वल्ल बीकानेर, (संवाद)। श्री विनय इलम मवेशवादी निगमटोलनात बना यशस्थान में २२ फरवरी को मनाया से जयपुर सुनील गाना गुजरेगी यहां पर सी गवस्थाये सुचारू रूप से पानी में पाया गया कि भारत में बहुत ही माटोमा पल मिया इन्तजार कर रहे है। इस काम पूज्य गुरुदेव के सिकायापारी मी बनाओ के जिताय शुरू की गई योनीतील रथयाापना के अनुरूप कि मेने नरनामोगरेको ना कामति के प्रयासों पर चलने माता एका पनि काटकपूरा में भव्य स्वागत र २४ फरवरी मंगल वारसाततया "विजयबलभ रक्षयात्रा का स्वाग rantidiffer o AILEलत किया जनजागरण बोटकपूरा (फरीदकोट कार्य अगर विजयीवरजी मार .मद्धालुओं नेकी रवानावारीबीकान SALोजन पर फूलवर्ण जय मालभ गया* फोगकपूर पहुंचने पर मारो .लाजवंती जैन माडल कलरको महा केले भी हुए शामिल arrEDOR प टेलचा मारायचेगी सर BARर मायामरकोटकपूर आगमन SARSIPीरमरोभागारमा ARRलमा निरि भ कमान जन्म समारोबारा भाग लियाका for margis f a y redit: Rish image दिया। एनजर पदर ameterरगरता हुमेह पोलीबग कसूरतगढ से रखा मुन्न सजार से होते हुए पार्वनार न हि पुराण करतो केहपात्रा बीकानेर रवाना ययात्याचार को बीकानेर में रखपान का बायोगा मुख्य बाते में समापन होगा रानी को मान सम्मान लकलारोगह से रवाना होकरनागीर तोपरयाली पहुंचेगी पारी में शाम को भारती पर जामोक्न से रवाना होकर निजोधा रानी विमेत पालना यता वाली से उदयपुर पहुंचेगी दूसरे दिन गुना पालमपुरको | पर भव्य भोजन की व्यवस्था रहेगी। क मान जम्मु हिमापत हरियाणा दिल्ली जनार-महेश जस्थान के बारे गुजरात सध्यादेश अनादेशमनदार TAगी तपासमापन समारोह व मार्च को चोरी। लामबहत तीनचल्ताप से मनाया जायेगालम अ Sare NA विजय वल्लभ संस्मरण-संकलन स्मारिका 113 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012061
Book TitleVijay Vallabh Sansmaran Sankalan Smarika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPushpadanta Jain, Others
PublisherAkhil Bharatiya Vijay Vallabh Swargarohan Arddhashatabdi Mahotsava Samiti
Publication Year2004
Total Pages268
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size51 MB
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