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________________ ॐ परम पूज्य प्रभु श्रीमद् विजय राजेन्द्रसूरीश्वराय नमः ॥ संगठन का शंखनाद गूंज रहा है ! सामाजिक तरक्की का दौर शुरू हो चुका है। बुजुर्गों-युवकों-सन्नारियों में जागरण की हिल्लोर ! समाज के उपवन में श्रम व पुरुषार्थ की किल्लोर ! ® समाज संगठन धार्मिक शिक्षा प्रसार ® समाजसुधार ® आर्थिक विकास के महान् उद्देश्यों को लेकर पू. गुरुदेव श्रीमद् विजय यतीन्द्रसूरीश्वरजी महाराज द्वारा संस्थापित अ. भा. श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद् का वार्षिक एकादश अधिवेशन दिनांक २६ व ३० मई, १६७७ रविवार, सोमवार को निम्बाहेड़ा जिला चितौड़गढ़ (राजस्थान) में परम पूज्य कविरत्न वर्तमानाचार्य श्रीमद् विजय विद्याचन्द्र सूरीश्वरजी महाराज सा. के शुभाशीर्वाद से पूज्य विद्वान मुनिराज श्री जयन्तविजयजी म. 'मधुकर' के सान्निध्य में सम्पन्न होने जा रहा है । अधिकाधिक संख्या में भाग लेकर समाजोन्नति के महायज्ञ को सफल बनाइये। निवेदक डॉ. प्रेमसिंह राठौड़ सी.बी. भगत कनकमल जैन ज्ञानेन्द्र कुमार सिंगवी मनोहरलाल बिराणी कुन्दनमल डाँगी अध्यक्ष महामंत्री मंत्री अध्यक्ष स्वागत-मंत्री स्वागताध्यक्ष अ. भा.श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक अ. भा. श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक निम्बाहेड़ा निम्बाहेड़ा परिषद् (केन्द्रीय) परिषद् (शाखा) निम्बाहेड़ा अ. भा. श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद् (केन्द्रीय कार्यालय श्री मोहनखेड़ा तीर्थ) राजेन्द्र-ज्योति Jain Education Intemational Jain Education Intermational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012039
Book TitleRajendrasuri Janma Sardh Shatabdi Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPremsinh Rathod
PublisherRajendrasuri Jain Navyuvak Parishad Mohankheda
Publication Year1977
Total Pages638
LanguageHindi, Gujrati, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size38 MB
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