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________________ (तालिका-२) साहित्यिक और अभिलेखीय साक्ष्यों के आधार पर निर्मित आगमिकगच्छ ( विडालंबीयाशाखा ) का वंश वृक्ष शीलगुणसूरि 1 देवभद्रसूरि Jain Education International सर्वाणंदसूरि जिनचंद्रसूरि विजयसिंहसूरि अभयसिंहसूरि अमरसिंहसूरि -यतीन्द्रसूरि स्मारक ग्रन्थ - इतिहास देवरत्नसूरि (गजसिंहसकुमारास) मतिसागरसरि (वि.सं. १५०६ - १५१३ प्रतिमा लेख ) उदयधर्मसूरि (प्रथम) (मलयसुन्दरीरास वि.सं. १२४३) धर्मघोषसूरि 1 यशोभद्रसूरि अभयदेवसूरि हेमसिंह सूरि शीलरत्नसूर I सोमतिलकरि सोमचंद्रसूरि गुणरत्नसूर मुनिसिंहसूरि (वि.सं. १४९९ वि.सं. १५१३ के रचनाकार) प्रतिमा का लेख गुणप्रभसूर (वि.सं. १५२०) प्रतिमा लेख वज्रसेनसरि आनन्दप्रभसूरि (वि.सं. १४१३-१५१४ वि.सं. १५५७) रत्नाकरसूरि उदयधर्मसूरि (द्वितीय) (धर्मकल्पद्रुम के रचनाकार०) मुनिसागर सूरि (आगमिकवली) के रचनाकार For Private & Personal Use Only रत्नतिलकसूरि (वि.सं. १५८४ के मेघदूत की प्रति के लेखक ) [ ८४ मुनिरत्नसूर (वि.सं. १५२३ - १५४३ ) प्रतिमा लेख अमरसिंहसूरि आनन्दरत्नसूरि (वि.सं. १५७१ - १५८३) प्रतिमा लेख | ज्ञानरत्नसूर हेमरत्नसूर (वि.सं. १५७७) प्रतिमा लेख www.jainelibrary.org
SR No.012036
Book TitleYatindrasuri Diksha Shatabdi Samrak Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinprabhvijay
PublisherSaudharmbruhat Tapagacchiya Shwetambar Shree Sangh
Publication Year1997
Total Pages1228
LanguageHindi, English, Gujarati
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size68 MB
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