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________________ " " "" Jain Education International " " " "" " " " ܙܙ " " १५१२ १५१२ " १५१२ १५१२ " १५१५ " १५१५ १५१६ १५१७ "१५१८ " १५१९ " १५१९ " १५१९ " " " " 17 ܙ वि.सं. १५२४ "" "" १५२४ "" १५२५ १५२७ १५२८ १५२९ १५३० १५३१ १५३२ १५३२ १५३५ १५३५ १५३६ " " १५४७ "" 77 77 77 27 77 27 " " ܙܙ ܙܙ " " ३. हेमरत्नसूरि के पट्टधर अमररत्नसूरि-- इनके द्वारा वि.सं. १५२४ से वि.सं. १५४७ के मध्य प्रतिष्ठापित १८ प्रतिमाएं उपलब्ध हुई हैं। इनका विवरण इस प्रकार है- ܙܪ ܙܙ " " १५१९ १५२१ 17 27 ४. अमररत्नसूरि के पट्टधर सोमरत्नसूरि १५८१ तक की हैं। इसका विवरण इस प्रकार हैं- वि.सं. १५४८ "" 77 77 यतीन्द्रसूरि स्मारक ग्रन्थ इतिहासज्येष्ठ सुदि १० रविवार वैशाख वदि १० शुक्रवार वैशाख सुदि ५ शुक्रवार फाल्गुन वदि ३ शुक्रवार वैशाख सुदि १० गुरुवार फाल्गुन सुदि ८ शनिवार वैशाख सुदि ३ वैशाख सुदि ३ सोमवार माघ सुदि ५ गुरुवार वैशाख वदि ११ शुक्रवार वैशाख सुदि ३ गुरुवार माघ वदि ९ शनिवार माघ सुदि ३ सोमवार आषाढ़ सुदि १ गुरुवार १५५२ १५५२ वैशाख सुदि २ गुरुवार कार्तिक यदि १३ शनिवार तिथिविहीन " " वैशाख सुदि ५ शुक्रवार ज्येष्ठ वदि १ शुक्रवार माघ वदि २ शुक्रवार ५ माघ वैशाख सुदि ३ ज्येष्ठ वदि १३ बुद्धवार वैशाख सुदि ६ सोमवार " वैशाख सुदि ३ वैशाख सुदी ३ माघ वदि ८ शनिवार টGGGট{ ७९ পম २ प्रतिमा ३ प्रतिमा १ प्रतिमा For Private & Personal Use Only ܙܐ ܐܐ ܙܕ 17 " २ प्रतिमा १ प्रतिमा 17 17 १ प्रतिमा " " " " २ प्रतिमा १ प्रतिमा ܙܐ ४ प्रतिमा १ प्रतिमा आषाढ़ सुदि ३ शुक्रवार वैशाख सुदि २ मंगलवार वैशाख सुदि ५ गुरुवार इनके द्वारा प्रतिष्ठापित १२ प्रतिमाएं मिलती हैं, जो वि.सं. १५४८ से वि.सं. " " " " १ प्रतिमा " " www.jainelibrary.org
SR No.012036
Book TitleYatindrasuri Diksha Shatabdi Samrak Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinprabhvijay
PublisherSaudharmbruhat Tapagacchiya Shwetambar Shree Sangh
Publication Year1997
Total Pages1228
LanguageHindi, English, Gujarati
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size68 MB
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