SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 18
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ इस प्रकार प्रस्तुत 'डॉ० कोठिया अभिनंदन-ग्रन्थ' उनके जीवन, परिवार, व्यक्तित्व एवं कृतित्वपर आधारित ग्रन्थ है, जो अभिनन्दन-ग्रन्थोंके लिए एक नयी दिशा-बोधक है। इस ग्रन्थमें एक ओर जहाँ समाजके विभिन्न महानुभावोंके उनके प्रति अपने-अपने विचार है वहीं दूसरी ओर उनके कृतित्वपरक सामग्री भी संकलित की गयी है। इसलिये इस अभिनन्दन-ग्रन्थको हम डॉ० कोठियाके सर्वाङ्गीण जीवनको देखनेका एक प्रकाश-गृह कह सकते हैं । अभिनन्दन-ग्रंथ-सम्पादनके कार्यमें जिन पूज्य सन्तों, विद्वानों, लेखकोंका सहयोग मिला है उसके लिये सम्पादक-मण्डल सभीका आभारी है, क्योंकि उनके बिना यह गुरुतर कार्यको मूर्तरूप नहीं दिया जा सकता था। इस अवसरपर हम उन लेखकोंसे भी क्षमा-प्रार्थी हैं, जिनके लेखोंको स्थानाभावके कारण हम ग्रन्थमें स्थान नहीं दे पाये अथवा उनको संक्षिप्त रूपसे हो हम इसमें प्रकाशित कर सके । हम अभिनन्दन-ग्रन्थके संरक्षकमहानुभावों, उपाध्यक्षों एवं परामर्शदात्री-मण्डलके सदस्योंके भी आभारी हैं जिनका, हमें निरन्तर सक्रिय सहयोग मिल सका। अभिनन्दन-ग्रन्थ-प्रकाशन समितिके अध्यक्ष राय देवेन्द्र प्रसादजी गोरखपुरको हम किन शब्दों में धन्यवाद दें, क्योंकि यह सब कार्य उन्हीं की प्रेरणाका सूफल है । इसी तरह समितिके मंत्री श्री बाबूलाल जैन फागुल्ल वाराणसीके भी हम विशेष रूपसे आभारी हैं । वास्तवमें इस अभिनन्दन-ग्रन्थके वे ही नियोजक हैं और प्रकाशनका सारा कार्य इन्हींकी देखरेख में सम्पन्न हुआ है । डॉ० कस्तूरचन्द्र कासलीवाल कृते सम्पादक मण्डल Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012020
Book TitleDarbarilal Kothiya Abhinandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJyoti Prasad Jain
PublisherDarbarilal Kothiya Abhinandan Granth Prakashan Samiti
Publication Year1982
Total Pages560
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size13 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy