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________________ १८ : डॉ० महेन्द्रकुमार जैन न्यायाचार्य स्मृति-ग्रन्थ अज्ञातकक " 29 "" "" 33 "" "" "" उमास्वाति ( वि० ३री ) सिद्धसेन दिवाकर ( वि० ५-६वीं ) मल्लवादि ( वि० ६वीं ) हरिभद्र ( वि० ८वीं ) हरिभद्र न्यायामृत नयसंग्रह नयलक्षण Jain Education International न्यायप्रमाणभेदी न्यायप्रदीपिका प्रमाणनयग्रन्थ प्रमाणलक्षण मतखंडनवाद विशेषवाद श्वेताम्बर आचार्य ' तत्त्वार्थ सूत्र स्वोपज्ञ भाष्य न्यायावतार कुछ द्वात्रिंशतिकाएँ नयचक्र ( द्वादशार ) सन्मतितर्कटीका अनेकान्तजयपताका सटीक अनेकान्तवाद प्रवेश षड्दर्शनसमुच्चय शास्त्रवार्तासमुच्चय सटीक, न्यायप्रवेश - टीका धर्म संग्रहणी, लोकतत्त्वनिर्णय अनेकान्त प्रघट्ट तत्त्वतरङ्गिणी, त्रिभङ्गीसार न्यायावत वृत्ति पञ्चलिङ्गी द्विजवदनचपेटा परलोक सिद्धि वेदबाह्यतानिराकरण सर्वज्ञसिद्धि स्याद्वादकुचोद्यपरिहार स्त्रीमुक्तिप्रकरण केवलभुक्तिप्रकरण शाकटायन ( पाल्यकीर्ति ) ( वि० ९वीं ) यापनीय ) १. 'जैन ग्रन्थ और ग्रन्थकार' के आधारसे । For Private & Personal Use Only जैनमठ, मूडबिद्री ار " जैन सिद्धान्त भवन, आरा " " 77 प्रकाशित प्रकाशित " 73 बम्बई सूची नं० १६१२ 33 " "" प्रकाशित अनेकान्तजयपताका में उल्लिखित प्रकाशित "" प्रकाशित "" " ,, " जैनग्रन्थ ग्रन्थकार सूचीसे "" 33 "" 33 "" " " " 37 " जैन साहित्य संशोधकमें प्रकाशित www.jainelibrary.org
SR No.012005
Book TitleMahendrakumar Jain Shastri Nyayacharya Smruti Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDarbarilal Kothiya, Hiralal Shastri
PublisherMahendrakumar Jain Nyayacharya Smruti Granth Prakashan Samiti Damoh MP
Publication Year1996
Total Pages612
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size17 MB
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