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________________ , प्रस्तावना. [९] O! beloved of the Devas do not deny me, आ भाषांतर साध रण जैन वांचक वर्गने पण अमान्य थह पंडे; जो के डोक्टर हॉर्नल पोताना पुस्तकनी पाळनी Criticle notes -- पुरवणीमां, आ वाक्यना खरा अर्थ सबंधे संशयसां पडी जुदा जुदा जर्मन विद्वानांना अभिप्रायो तथा व्याकरणना पुरावाओ टांकेछे. डोक्टर ल्युमेन एज वाक्यनो अर्थ आ प्रमाणे करेले के:- Well then beloved of the Devas do not cause any obstruction आ वाक्यनो शुं खरो अर्थ होवो घटेछे तेना निर्णयपर आवा माटे नीचेनी हकीकत प्रासंगिक गणासे " जे add श्री गौतमस्वामी वाणिज्य गाम नामना नगरमा उच्च नीच ने मध्यम कुळने विषे गोचरी करवा माटे उत्सुक थया ते वखते तेणे उपला शब्दमां श्रमण भगवंत श्रीमहावीर पासे अरज करीछे. एम अंग्रेजी भापांतरनो भावार्थछे पण खरी रीते तो ते शब्दो श्रमण भगवंत श्री महावीर प्रभुना उतररूपेछ के:- 'जेम तमने सुख उपजे तेम करो विलंब करताना ' वळी डोकटर हॉर्नल ते पछीना ७८ माज वाक्यमां कबुल करेछे के श्री गौतम गणधर उपरना शब्द सांभळीने वाणिज्य गाम नगरमां गौचरी विगेरे कार्य माटे प्रवर्त्यछे. आ उपरथी वांचक वर्ग कबुल करशे के, डोकटर हॉर्नलनी ते वाक्यने प्रश्नरूपे गणवामां (जे वाजवी रीते उत्तररूपज छे) विभक्तिना दोपने लीधे भूल थइ जणायछे, आवीज शेते मी. जेकोबीने पण पोताना आचारांग सूत्रमां आपणी भाषा तेने विदेशी होवाथी विपरीत अर्थ थलो छे. आपणा सूत्रामां वनस्पति विगेरेना जे जे जुदा जुदा खास नामो आदेछे ते खास नामो विपेनी तेओनी ओछी माहेतीथी भाषांतरमां देखीता विपरीत अर्थ थवा पामे ए स्वाभाविकछे, जो के अमे आ तेनी विद्वत्तानी खामी बतावता नथी पण आपणी भाषाना शब्दोनो तेभोनो ओछो अनुभवज आनुं कारणभूतछे. - आ रीते आ आचारांग सूत्रना इंग्रेजी भाषांतरमां केटलीक जगोए तेवा विपरीत अर्थ थवा पाम्या होय तो ते पण उपरनाज कारणोने लड़नेज गणाय. आपणो जैन संप्रदाय आवा खास शब्दोना अर्थ अंग्रेज विद्यानोने जणाववा कोशीश करे तो तेओ पोताना भाषांतरोमां सुधारो करे अने जैन फिलॉसॉफिने ते वधारे देदीप्यमान करे. जैन धर्मनी नवळी
SR No.011502
Book TitleAng 01 Ang 01 Acharang Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavjibhai Devraj
PublisherRavjibhai Devraj
Publication Year1906
Total Pages435
LanguagePrakrit, Gujarati
ClassificationBook_Gujarati, Agam, Canon, & Conduct
File Size17 MB
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