SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 256
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ हिन्दी -- ग्रन्थमाला | यह मासिक पुस्तक, मई १६०६ ई० से, नागपुर की हिन्दी - ग्रन्थप्रकाशक मंडली द्वारा, प्रतिमास, प्रकाशित हो रही है । इसका उद्देश यह है कि, हिन्दी भाषा के पढ़नेवालों में देशोन्नति के नूतन विचारों की जागृति करने के हेतु, हिन्दी भाषा में आधुनिक तथा उपयोगी विषयों पर, • उत्तमोत्तम ग्रन्थ प्रकाशित किये जाय । इस मासिक पुस्तक में इतिहास, जीवन-चरित, व्यापार और राजनीति संबंधी विषयों के ग्रन्थ प्रकाशित करने का निश्चय किया गया है । सम्प्रति, हिन्दी के सुप्रसिद्ध लेखक पण्डित महावीरप्रसाद द्विवेदी का लिखा हुआ " स्वाधीनता " नामक अत्युतम ग्रंथ और श्रीयुत ठाकुर सूर्यकुमार वर्मा कृत " झांसी की महारानी लक्ष्मीबाई का जीवन-चरित" – ये दो ग्रंथ प्रकाशित किये जा रहे हैं । इन्हीं के साथ "निबंध संग्रह" नाम का एक और ग्रंथ छापा जा रहा है, जिसमें साहित्य तथा राजनीति विषयक अच्छे अच्छे लेखों का संग्रह है । एक वर्ष की बारह संख्याओं में, इस मासिक पुस्तक द्वारा, ६०० से ७०० तक पृष्ठ प्रकाशित होंगे। जब एक ग्रंथ पूरा हो जायगा तब उसकी, सुंदर सुनहरी - अक्षर युक्त, कपड़े की, जिल्द बंधवाई जायगी । इस मासिक पुस्तक का अग्रिम वार्षिक मूल्य ३) रु० है । इस मासिक पुस्तक में लेख और ग्रंथ लिखनेवालों को पारितोषिक भी दिया जाता है । लोग इस किसी वि जो लोग हिन्दी-ग्रंथमाला के ग्राहक बनना चाहें, या जो मासिक पुस्तक में प्रकाशित करने के लिये, मंडली द्वारा नियत य पर लेख या ग्रंथ लिखना चाहें, वे नीचे लिखे हुए पते व्यवहार करें । पर पत्र हिन्दी - ग्रन्थमाला की नमूने की एक संख्या आठ थाने में मिलती है। माधवराव सप्रे, बी. ए. 66 व्यवस्थापक हिन्दी - ग्रन्थमाला " नागपुर |
SR No.011027
Book TitleLecture On Jainism
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLala Banarasidas
PublisherAnuvrat Samiti
Publication Year1902
Total Pages391
LanguageEnglish
ClassificationBook_English
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy