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________________ 47 विनान द्वारा सुख-समृद्धि छपी छपाई पुस्तक सारी दिक्क्त मिटा देती है । हजारो लाखा रपयो का जोड, बाकी, गुणा, भाग या अन्य किसी प्रकार या पेचीदा हिमाव करने के लिए श्रापनी माया -पच्ची नही करनी पडती । एक मिनट से भी कम समय मे गणव यत्र थापा हिसान कर देती है । बेतार के तार से जमा हुआ रेडियो मनुष्य की चिता और व्यग्रता क्षण भर मे काफूर कर देता है । सक्ट के समय वह मनुष्य के लिए बहुत लाभप्रद सिद्ध होता है । जब कोई जहाज खतरे में फँस जाता है तो क्षण भर म उसकी सूचना पहुँचाई जा सकती है और तत्र समय पर सहायता पहुँच सकती है। खोये हुए बच्चो या धादमियों का पता चलाने मे रेडियो वडा लाभदायक सिद्ध हुआ है । सिनमा विज्ञान का एक महान वरदान है, जिसने मानव जीवन बे विभिन्न क्षेत्रो माफी उथल-पुथल मचा दी है। सिनेमा के प्रभाव को नैतिक्ता के मापदण्ड से नापने का यह प्रसग नही है। उसका नतिक प्रभाव चित्र निर्माता की अभिरुचि पर निर्भर है। विज्ञान उस दायित्न से मुक्त है। विज्ञान की वृतायता साधन प्रस्तुत कर देने में है, सदुपयोग या दुरपयोग की बात उसके प्रयोक्ताग्रा पर अवलम्बित है । विद्युत शक्ति की गपणा विमान की बहुत बडी सफलता है । इसका प्रयोग आज सवत्र हो रहा है घरो मे प्रकाश करने के लिए तथा वस्त्रों को प्रेम करने, खाना पकाने, पानी गम करने, कमरो को साफ रखने, भवनों को वातानुकूलित करने, पखे चनाने, रेडियो, सिनेमा तथा बडे-बडे यत्रो को चनाने में किया जाता है। इसकी बदौलत मनुष्य को अनगिनत वठिनाइयाँ दूर हो गई हैं, जो वष्टप्रद और ममयनापन थी । इसी की सहायता से मनुष्य न बडी-बडी और गहरी नहर खोदी हैं, नाँध र पुल बनाये हैं। जहाज, मोटरें, रेल, विमान और अन्य सैकडो वस्तुना का निर्माण इसी के कारण हो मका है। निजली का हथौडा और शेन वसा अद्भुत काम कर दिखलाता है, यह किमी मे छिपा नही है। 1 वाणिज्य और उद्याग के क्षेत्र में विज्ञान ने जमे नूतन सृष्टि ही खड़ी कर दी है। हाथ करघो की अपेक्षा मिना म बारीक श्रौर मनोरम वस्त्रा का अप समय म ढेर का ढेर तैयार हो जाता है । प्रयाय असभ्य वस्तुएँ बडी सफाई
SR No.010855
Book TitleAadhunik Vigyan Aur Ahimsa
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaneshmuni, Kantisagar, Sarvoday Sat Nemichandra
PublisherAtmaram and Sons
Publication Year1962
Total Pages153
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
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